कांग्रेस नेता सचिन पायलट और पूरे राजस्थान के लिए आज बहुत बड़ा दिन है। खबरें थीं कि पायलट 11 जून यानि पूर्व केंद्रीय मंत्री अपने पिता राजेश पायलट की पुण्यतिथि पर वो अपने राजनीतिक भविष्य पर महत्वपूर्ण घोषणा करेंगे।
जयपुर. 11 जून आखिर आज वह दिन आ ही गया जब सचिन पायलट को लेकर तमाम अटकलों पर विराम लग सकता है । आज सचिन पायलट पर और राजस्थान की कांग्रेस पर पूरे देश की नजरें हैं कि पायलट आज कुछ बड़ा करने वाले हैं। आज उनके फादर राजेश पायलट की डेथ एनिवर्सरी है और उनके पैतृक गांव दौसा जिले में आज बड़ा आयोजन होना है ।
सचिन पायलट नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं…
सचिन पायलट आज क्या करने वाले हैं...? क्या वे नई पार्टी का ऐलान कर सकते हैं...? क्या वह खुद की पार्टी बना सकते हैं.....? राजस्थान ही नहीं, पूरे देश की नजरें आज उनपर टिकीं हुई हैं। इन तमाम पहलुओं को इन 10 पॉइंट से समझा जा सकता है।
10 प्वाइंट में समझिए सचिन पायलट का पूरा प्लान
1. दावा किया जा रहा है कि सचिन पायलट प्रगतिशील कांग्रेस पार्टी बनाने की तैयारी कर रहे हैं और इसके लिए उनके 100 लोगों की टीम लगातार काम कर रही है। जबकि ऐसा नहीं है, प्रगतिशील नाम से कोई भी पार्टी फिलहाल रजिस्टर्ड नहीं कराई गई है, यानी वे कोई नई पार्टी नहीं बना रहे ।
2. जन संघर्ष पार्टी..... इस नाम से भी उनका नाम जोड़ा जा रहा है और बताया जा रहा है कि दिल्ली में इस बारे में उन्होंने आलाकमान को जानकारी दी है, जबकि यह पार्टी बिहार स्टेट में है और इसका राजस्थान से कोई सीधा कनेक्शन नहीं है ।
3. सचिन पायलट या उनकी टीम ने कोई भी नई पार्टी फिलहाल केंद्रीय चुनाव आयोग में रजिस्टर नहीं कराई है। मीडिया में खबरें चल रही हैं कि राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर की टीम ने पायलट के लिए काम कर रही है।
4. सचिन पायलट और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का जो विवाद है इस विवाद के बारे में पिछले 1 महीने में दो बार दिल्ली में आलाकमान के सामने दोनों नेताओं की पेशी हो चुकी है और दोनों बार यह दावे किए गए हैं कि सचिन पायलट नई पार्टी नहीं बना रहे हैं। वह कांग्रेस में ही रहने वाले हैं।
5. अगर सचिन पायलट कोई नई पार्टी बनाते हैं, तो ऐसे में जनमत जुटाना बहुत मुश्किल हो सकता है । पायलट और उनके समर्थक फिलहाल कांग्रेस में है। कांग्रेस सालों पुरानी पार्टी है। अगर नई पार्टी बनाई जाती है तो जीरो से शुरुआत करनी होगी , जिसके लिए समय बिल्कुल नहीं है।
6. क्योंकि सचिन पायलट के पिता स्वर्गीय राजेश पायलट और उनकी मां रमा पायलट दोनों कांग्रेस पार्टी से जुड़े रहे हैं। ऐसे में सचिन का अपनी ही पार्टी से बगावत करना , कांग्रेसी नेताओं और उनके समाज और समर्थकों को रास नहीं आएगा। इसलिए नई पार्टी की संभावनाएं लगभग खत्म है।
7. अगर सचिन पायलट नई पार्टी बनाते हैं तो उनका जो सबसे बड़ा सपना है, मुख्यमंत्री बनना, वह सपना कई साल आगे जा सकता है । उनकी सीएम बनने की संभावनाएं आगामी कुछ सालों तक खत्म हो जाएंगी।
8. फिलहाल सचिन पायलट के समर्थन में करीब 15 विधायक और मंत्री हैं। अगर पायलट नई पार्टी बनाते हैं तो उनके सामने संकट खड़ा हो जाएगा और वह अपने समर्थकों और साथ ही नेताओं को संकट में नहीं डालेंगे ।
9. अगर सचिन पायलट नई पार्टी बनाते हैं तो उनका 20 साल का राजनीतिक कैरियर और हजारों समर्थक उनसे छूट सकते हैं और उन्हें नए सिरे से शुरुआत करनी होगी, जिसके लिए अब समय नहीं है ।
10. सबसे महत्वपूर्ण यह है कि सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जितना भी विवाद किया है या दोनों नेताओं ने आपस में जितना भी विवाद किया है । इस दौरान पायलट ने एक बार भी कांग्रेस के किसी बड़े नेता या आलाकमान के लिए कभी कुछ नहीं बोला है। ऐसे में यह तय है कि सचिन पायलट कांग्रेस में ही रहने वाले हैं और वे नई पार्टी नहीं बनाएंगे....।