
Rajasthan Weather: राजस्थान में मानसून इस बार राहत से ज्यादा मुसीबत लेकर आया है। बीते 24 घंटों में प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी जिलों में मूसलधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई जिले जलमग्न हैं, सैकड़ों गांव टापू में तब्दील हो गए हैं और अब तक 9 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि दो लोग लापता हैं।
भीलवाड़ा सबसे ज्यादा प्रभावित भीलवाड़ा जिले में तीन अलग-अलग हादसों में तीन लोगों की मौत हुई। काछोला क्षेत्र में पुलिया पार करते समय मजदूर तेज बहाव में बह गया। शास्त्री नगर में सफाईकर्मी नाले की चपेट में आ गया, जिसका शव एसडीआरएफ टीम ने बरामद किया। वहीं बड़लियास क्षेत्र में खेत से लौट रहे किसान की भी पानी में डूबने से मौत हो गई।
जयपुर में गिरी बिजली, दो महिलाओं की मौत जयपुर के फागी उपखंड में खेत पर काम कर रही तीन महिलाएं आकाशीय बिजली की चपेट में आ गईं। दो की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक महिला की हालत गंभीर है।
पाली में तीन मासूमों की दर्दनाक मौत पाली जिले के कानूजा गांव में नाड़ी में नहाते समय तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई। 13 वर्षीय खुशी को बचाने के प्रयास में दो और बच्चे डूब गए।
जलभराव और नदी-नालों में उफान भीलवाड़ा, राजसमंद, चित्तौड़गढ़ और कोटा जिलों में भारी जलभराव की स्थिति है। बनास, बेड़च, कोठारी और त्रिवेणी नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। कोटा के इटावा क्षेत्र में चंबल नदी उफान पर है, जिससे कई मार्ग पिछले दो सप्ताह से बंद पड़े हैं।
अलर्ट जारी, प्रशासन अलर्ट मोड पर मौसम विभाग ने जयपुर, दौसा और टोंक के लिए ऑरेंज अलर्ट और अन्य जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। प्रशासन की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में नावों और ट्रैक्टरों से लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है।
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