जिस कोविड वैक्सीन ने कोरोना जैसी महामारी के कदम रोक दिए थे उसने अब हज यात्रियों की उम्मीदों पर भी स्टॉप लगा दिया है। सऊदी अरब ने हज यात्रियों के लिए वैक्सीन के दोनों डोज लगे होने का नियम जारी किया है। इसके चलते सैकड़ों यात्री हज नहीं कर पाएंगे।
जयपुर (jaipur news). कोरोना वैक्सीन! अब भले ही इंडिया के लोग शायद इस शब्द को भूल चुके हो लेकिन राजस्थान में हज पर जाने से पहले 100 लोगों के लिए यह वर्ड बहुत ज्यादा जरूरी हो चुका है। यह शब्द इतना बड़ा हो गया कि इसके बिना वह हज का सफर नही करेंगे। इससे जियारत करने वालों में मायूसी छा गई है।
हज यात्रा के लिए जरूरी है वैक्सीन के दोनों डोज लगना
आपको बता दें कि राजस्थान से हर साल हजारों लोग हज के मुकद्दस सफर पर जाते हैं। लेकिन इस बार कोरोना वैक्सीन नही लगने के कारण 100 लोग हज पर नहीं जा सकेंगे। हालांकि इंडिया में इस तरह का कोई नियम नहीं है। लेकिन सऊदी अरब में यह जरूरी है। राजस्थान में हज के लिए आवेदन करने वाले करीब 100 लोग ऐसे हैं। जिन्होंने कोविशील्ड की एक डोज तो लगवाली लेकिन दूसरी डोज 6 महीने बीत जाने के बाद भी नही लगवाई। ऐसे में अब यह उनके लिए चिंता का सबब बन चुका है।
राजस्थान में बंद हुए थे वैक्सीनेशन सेंटर
हालांकि अब तक भारत सरकार ने इसके लिए कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है। वही लोगों में वैक्सीनेशन कम होने का एक कारण यह भी है कि राजस्थान में पहले जहां वैक्सीनेशन के लिए जगह जगह कैंप लगाए जाते थे। वह अब नहीं लगाए जा रहे वही वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने भी इसे अब वैश्विक महामारी के दायरे से बाहर कर दिया है ऐसे में स्वास्थ्य विभाग भी इसे हल्के में ले रहा है।
जानकार सूत्रों की माने तो इसमें एक कदम यह भी उठाया जा सकता है कि हज पर जाने वाले लोगों के लिए सरकार की गाइड लाइन पर एक अलग से कैंप लगाया जाए। जिसके बाद उन्हें वैक्सीनेट कर हज पर भेजा जाए। जानकारी हो कि इस बार की हज यात्रा के लिए पहला जत्था मई महीने की 21 तारीख को रवाना होगा और आखिरी जत्था 22 जून भरेगा।
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