सीकर (sikar news). राजस्थान से बड़ी खबर है । सीकर जिले मैं स्थित भगवान खाटू श्याम जी के दर्शन करने के लिए अब भक्तों को और ज्यादा सुविधा और आसानी होगी। दरअसल खाटूश्यामजी तक रेल लाइन बिछाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। आज ही रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने इसकी जानकारी दी है। 40 लाख रुपए से डीपीआर तैयार हो गई है और सात से आठ महीनों में पूरा काम करने की तैयारी भी कर ली गई है।
सीकर सांसद ने की थी गुजारिश
दरअसल कुछ दिन पहले सीकर से सांसद सुमेधानंद, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिले थे और उनसे यह गुजारिश की थी कि खाटू श्याम जी मंदिर तक रेलवे की लाइन बिछाई जाए। वर्तमान में खाटूश्यामजी से करीब 18 किलोमीटर दूर रींगस क्षेत्र तक रेलवे लाइन है। रींगस में रेलवे स्टेशन है। उसके बाद वहां से करीब 45 से 50 मिनट तक का सफर करके खाटू श्याम जी के मंदिर तक पहुंचा जाता है।
मंदिर से महज 700 मीटर दूर होंगा स्टेशन
लेकिन अब देश दुनिया से आने वाले भक्तों रींगस स्टॉपेज पे उतर के वहां से खाटूश्यामजी तक चलने वाली ट्रेन में बैठ सकेंगे और खाटू श्याम मंदिर के 700 मीटर के दायरे में बनने वाले रेलवे स्टेशन पर उतर सकेंगे। उल्लेखनीय है कि दुनिया भर से हर साल एक करोड़ से ज्यादा वक्त भगवान खाटू श्याम के दर्शन करने आते हैं। होली त्यौहार पर लगने वाले 15 दिन के मेले में ही करीब 45 से 50 लाख भक्तों पहुंचते हैं। इसके अलावा हर महीने आने वाली एकादशी में भी डेढ से 200000 भक्त खाटू के दर्शन करने के लिए आते हैं।
रेलवे भी होगा एक विकल्प
सीकर के नजदीकी जिलों से जाने वाले भक्त अपने वाहन से जाते हैं लेकिन 80% वक्त ट्रेनों से खाटू श्याम मंदिर तक पहुंचते हैं । अब उन्हें स्टेशन पर एक ट्रेन बदलनी पड़ेगी और वे सीधे खाटू के दर्शन कर सकेंगे। सांसद सुमेधानंद ने कहा कि करीब 17 किलोमीटर का रेलवे ट्रैक बिछाया जाना है, उम्मीद यही है कि है काम बेहद कम समय में पूरा हो जाएगा। अब खाटू के भक्त सीधे उनके चरणों में धोक लगा सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले इस साल खाटू श्याम जी का मंदिर करीब 2 महीने बंद रहा था । 2 महीने के दौरान खाटू श्याम मंदिर में अव्यवस्थाओं को व्यवस्थित किया गया था और अतिक्रमण हटाए गए थे। उसके बाद नए दर्शन सिस्टम को लागू किया गया था । इस साल होली पर्व के दौरान लगे 15 दिन के मेले में 45 लाख से ज्यादा भक्तों ने खाटू श्याम के दर्शन किए थे । नए दर्शन व्यवस्था के बाद सब कुछ पूरी तरह से व्यवस्थित रहा था।
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