राजस्थान में एक बार फिर कोरोना अपने पैर पसार रहा है। प्रदेश में कोरोना की दोनों डोज ले चुके दो व्यक्तियों की मौत, हैरानी तो ये है कि दोनों को सिर्फ हल्की खासी, जुकाम और बुखार हुआ था, पर ऐसी तबियत बिगड़ी की फिर सही ना हो सकी।
उदयपुर (udaipur news). राजस्थान के उदयपुर जिले से बड़ी खबर है। उदयपुर जिले में रहने वाले 60 वर्षीय एक बुजुर्ग और 35 वर्षीय एक किसान की कोरोनावायरस से मौत हो गई। दोनों को खांसी , जुकाम हुआ था। उसके बाद बुखार हुआ और बुखार के बाद शरीर में कई परेशानियां होने लगी। अस्पताल में इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। कोविड-19 दोनों पॉजिटिव पाए गए। दोनों ने ही कोरोनावायरस कि दोनों डोज ले ली थी। दोनों की मौत शनिवार को हुई और पोस्टमार्टम रिपोर्ट और अन्य रिपोर्ट के बाद रविवार को दोनों की लाशें परिवार को सौंपी गई। कोरोनावायरस गाइड लाइन के अनुसार ही दोनों के शवों का अंतिम संस्कार भी किया गया है।
हल्की खासी, जुकाम होने के बाद पहुंचे अस्पताल
उदयपुर से मिली जानकारी के अनुसार 62 वर्षीय व्यक्ति उदयपुर के ग्रामीण क्षेत्र कोटडा इलाके का रहने वाले थे। दूसरा व्यक्ति भी कोटडा के ही रहने वाला था। उसकी उम्र करीब 35 वर्ष थी वह किसान था। साथ ही छोटी मोटी मजदूरी का काम भी करता था। 31 मार्च को जुकाम, बुखार के बाद उसे अस्पताल भर्ती कराया गया अस्पताल में पेट दर्द भी होने लगा और अन्य परेशानियां भी बढ़ने लगी। वह कोविड-19 पॉजिटिव भी पाया गया।
दोनों डोज ले रखी थी फिर भी नहीं बचा पाई जान
परिजनों से पूछताछ में पता चला कि उसने कोरोना की दोनों डोज ले ली थी, लेकिन शनिवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। उसे सांस नहीं लेने की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही थी। डॉ शंकर बामनिया जो कि उदयपुर के सीएमएचओ हैं, उन्होंने कहा कि महाराणा भूपाल अस्पताल में इलाज कराने वाले शख्स पेट दर्द के बाद अस्पताल लाया गया था। सांस की बीमारी भी होने लगी। जांच पड़ताल में पता चला कि उसे टिपिकल निमोनिया है और परिवार से पूछताछ की गई तो यह भी पता चला कि 1 साल पहले उसे टीबी की समस्या भी हुई थी, जिसका भी वह इलाज ले रहा था।
डॉक्टरों ने किया अलर्ट जारी
लेकिन अब सभी बीमारियां एक साथ हावी होने लगी और उसकी हालत बिगड़ने लगी और उसकी जान चली गई। डॉ बामणिया ने कहा कि खांसी, जुकाम, बुखार ज्यादा दिन तक नहीं जाने पर कोरोनावायरस लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में आरटी पीसीआर जांच भी कराई जानी चाहिए, साथ ही कोरोनावायरस गाइडलाइन की पालन भी पूरी तरह से करना जरूरी है। मौसम बदलने के दौरान इस तरह की परेशानियां बढ़ती रही है और अब यह ज्यादा मुसीबत कर रही हैं। दोनों व्यक्तियों का इलाज कोरोनावायरस गाइड लाइन के अनुसार ही किया गया था।
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