महाकुंभ 2025 की भव्यता के साथ देखें 2025 का कैलेंडर, नोट करें शाही स्नान की डेट

Published : Jan 09, 2025, 12:52 PM ISTUpdated : Jan 09, 2025, 01:42 PM IST

प्रयागराज में 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले महाकुंभ 2025 के शाही स्नान की तिथियां जानें। देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।

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महाकुंभ 2025 की भव्यता के साथ देखें 2025 का कैलेंडर, नोट करें शाही स्नान की डेट

धर्म और आस्था का सबसे बड़ा प्रतीक है महाकुंभ…

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13 जनवरी से महाकुंभ 2025 की शुरूआत

13 जनवरी से प्रयागराज महाकुंभ 2025 की शुरूआत हो रही है, इसको लेकर प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली है। वहीं सभी आखाड़ों के साधु-संत संगम नगरी में पहुंच चुके हैं।

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26 फ़रवरी तक चलेगा महाकुंभ

बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ मेला 13 जनवरी, 2025 से शुरू होकर 26 फ़रवरी, 2025 तक चलेगा।

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13 जनवरी को पहली शाही स्नान

13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के दिन शाही स्नान की शुरुआत होगी। यह महाकुंभ की पहली शाही स्नान होगा।

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14 जनवरी को दूसरी शाही स्नान

वहीं एक दिन बाद 14 जनवरी को मकर संक्रांति के दिन पर महाकुंभ की दूसरी शाही स्नान होगा।

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29 जनवरी को मौनी अमावस्या

करीब 15 दिन बाद 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन शाही स्नान होगा। यह शाही स्नान सबसे बड़ा और पुण्यदायी माना जाता है।

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3 फरवरी को शाही स्नान

तीन फ़रवरी को वसंत पंचमी के मौके पर पांचवी शाही स्नान होगा।

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4 फरवरी को शाही स्नान

एक दिन बाद 4 फरवरी को अचला सप्तामी के दिन शाही स्नान होगा।

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12 फरवरी को शाही स्नान

12 फरवरी को माघ पूर्णिमा के दिन प्रयागराज महाकुंभ की 6वीं शाही स्नान होगा।

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26 फरवरी को अंतिम शाही स्नान

26 फरवरी महाशिवरात्रि के मौके पर महाकुंभ प्रयागराज की अंतिम शाही स्नान होगा।

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प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन 45 दिन तक

बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ का आयोजन 45 दिन तक चलेगा। जिसमें शाही स्नान की तिथियां महत्वपूर्ण होती हैं। लेकिन इस दौरान स्नान को लेकर कुछ नियम होते हैं जिनका ध्यान रखना चाहिए।

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महाकुंभ हर 12 साल में आता

महाकुंभ हर 12 साल में आता है। माना जाता है कि कुंभ स्नान से मनुष्य को मोक्ष मिलता है और सारे पाप धुल जाते हैं। इसलिए यह बेहद महत्वपूर्ण होता है।

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देश-विदेश से करोड़ो श्रद्धालु पहुंचेंगे

महाकुंभ में देश-विदेश से करोड़ो श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस मेले में ऐसे-ऐसे साधु संत संगम किनारे नजर आएंगे, जिन्हें हम पूरे जीवन में कभी नहीं देख पाएंगे। 

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