पिता की मौत पर एक ही परिवार के दो भाइयों ने पाई नौकरी, ऐसे खुला आश्रित कोटे का फर्जीवाड़ा

Published : Sep 19, 2025, 11:00 AM IST
agra police job scam brothers mritak ashrit quota fraud

सार

Police Job Scam In Uttar Pradesh: आगरा में मृतक आश्रित कोटे से पुलिस भर्ती में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। दो सगे भाइयों ने नियमों के खिलाफ नौकरी पाई। जांच में खुलासा, एक की पेंशन रोकी गई तो दूसरे पर बर्खास्तगी और मुकदमे की तैयारी।

उत्तर प्रदेश के आगरा से एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने मृतक आश्रित कोटे की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यहां एक ही परिवार के दो भाइयों ने अपने पिता की मृत्यु के बाद मृतक आश्रित कोटे से पुलिस में नौकरी हासिल कर ली। जबकि नियमों के अनुसार इस कोटे में सिर्फ परिवार का एक ही सदस्य नौकरी पाने का हकदार होता है और अन्य सदस्यों की नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC)जरूरी होती है।

शिकायत के बाद खुला राज, दो भाइयों को मिली आश्रित कोटे से नौकरी

पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने बताया कि यह मामला तब सामने आया जब नागमेंद्र लांबा की रिटायरमेंट से पहले शिकायत दर्ज हुई। शिकायत में कहा गया कि नागमेंद्र और योगेंद्र दोनों सगे भाई हैं और दोनों को ही मृतक आश्रित कोटे से नौकरी मिली है।

यह भी पढ़ें: लखीमपुर खीरी में बाढ़ पीड़ितों के लिए राहत, कॉरपोरेट सेक्टर के सहयोग से तैयार हुई स्पेशल किट

बड़े भाई नागमेंद्र को पिता की मृत्यु के बाद मिली थी नौकरी

जांच से स्पष्ट हुआ कि नागमेंद्र लांबा को उनके पिता की मृत्यु के बाद मृतक आश्रित कोटे से नौकरी दी गई थी। लेकिन छह साल बाद उनके छोटे भाई योगेंद्र लांबा ने भी इसी कोटे का सहारा लेकर पुलिस विभाग में नौकरी पा ली।

विभागीय जांच में सामने आया छोटे भाई का फर्जीवाड़ा

डीसीपी ट्रैफिक अभिषेक अग्रवाल ने जांच की तो पाया कि योगेंद्र लांबा की भर्ती पूरी तरह फर्जी तरीके से हुई थी। नियमों के अनुसार इस प्रक्रिया में पूरे परिवार को अधिकारियों के सामने पेश होकर NOC देनी होती है, लेकिन इसमें भारी गड़बड़ी की गई।

नागमेंद्र लांबा की पेंशन रोकी गई, योगेंद्र पर बर्खास्तगी की तलवार

नागमेंद्र लांबा एसीपी के पद से हाल ही में रिटायर हुए हैं, लेकिन अब उनकी पेंशन और अन्य सभी भुगतान रोक दिए गए हैं। वहीं इंस्पेक्टर योगेंद्र लांबा पर फर्जी भर्ती का आरोप साबित होने के बाद बर्खास्तगी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

विभागीय जांच पूरी होने के बाद दर्ज होगा मुकदमा और रिकवरी

पुलिस कमिश्नर दीपक कुमार ने कहा कि विभागीय जांच पूरी होने के बाद योगेंद्र लांबा पर मुकदमा दर्ज होगा और उनसे अब तक मिला पूरा वेतन वापस लिया जाएगा। साथ ही भर्ती प्रक्रिया में शामिल अन्य लोगों पर भी कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें: Bihar Rain Alert: अगले कुछ घंटे में झमाझम बरसात, IMD ने जारी किया नया अलर्ट

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Read more Articles on

Recommended Stories

AI से चल रहा उत्तर प्रदेश! योगी मॉडल बना देश का सबसे एडवांस्ड सुशासन सिस्टम
कफ सिरप कांड: थाईलैंड भागने से पहले पिता पकड़ा गया, अब SIT की नजर CA पर, होगा बड़ा खुलासा?