
तेजस फाइटर जेट के दुबई एयर शो में हुए क्रैश ने देश-विदेश में चर्चा छेड़ दी है। इसी बीच समाजवादी पार्टी के मुखिया और कन्नौज के सांसद अखिलेश यादव भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देने से पीछे नहीं हटे। कन्नौज में एक विवाह समारोह में शामिल होने पहुंचे अखिलेश ने कहा कि हादसा बेहद दुखद है, लेकिन इस पर सवाल उठाने भर से लोगों को देशद्रोही कह दिया जाता है। उन्होंने तंज भरे अंदाज में कहा कि तेजस क्रैश से भारत की छवि को जो नुकसान हुआ है, उसे सही करने में सालों लग सकते हैं और बेहतर होता कि इसे विदेश भेजा ही न जाता।
दुबई एयर शो में शुक्रवार को एरियल डिस्प्ले के दौरान तेजस Mk-1 क्रैश हो गया था। इस हादसे पर प्रतिक्रिया देते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि यह दुर्घटना भारत की तकनीकी छवि के लिए बड़ा झटका है। उन्होंने दावा किया कि इससे अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश की विश्वसनीयता प्रभावित हुई है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, “जो भी इस पर सवाल उठाएगा, उसे देशद्रोही का तमगा दे दिया जाएगा, जबकि असल सवाल हादसे के कारण और तैयारियों पर उठने चाहिए।”
यह भी पढ़ें : यूपी में टू-व्हीलर मार्केट ने तोड़ा रिकॉर्ड, बना देश का सबसे बड़ा बाजार
दुर्घटना में भारतीय वायुसेना के विंग कमांडर नमांश स्याल शहीद हो गए। यह हादसा दुबई के अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुआ।भारतीय वायुसेना ने पायलट के निधन पर गहरा दुख जताते हुए बताया कि एक्सीडेंट की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी गठित कर दी गई है, ताकि दुर्घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाया जा सके।
तेजस क्रैश के अलावा अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश में चल रहे SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) पर भी कई सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि सरकार बिना तैयारी के यह प्रक्रिया करवा रही है और इसे शादी के सीजन में लागू करना पूरी तरह अव्यवहारिक है। उन्होंने आरोप लगाया कि “बिहार में जो किया गया, वही यूपी में दोहराने की कोशिश की जा रही है। लेकिन यूपी की राजनीतिक परिस्थितियां बिहार जैसी नहीं हैं।” अखिलेश ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में ऐसा कुछ नहीं होगा क्योंकि वहां ममता बनर्जी की सरकार मजबूत है।
इससे पहले लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भी अखिलेश ने बीजेपी सरकार पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने कहा कि बीजेपी न तो 2047 तक सत्ता में रहेगी और न ही आने वाले चुनावों में यूपी और बंगाल जीत पाएगी। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं से अपील की कि हर मतदाता का नाम सूची में दर्ज कराने के लिए पूरी मेहनत करें और SIR प्रक्रिया को गंभीरता से लें। उन्होंने कहा, “संघर्ष के लिए हम तैयार हैं, बस संगठन को सावधानी से काम करना होगा।”
यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में इको-टूरिज्म को नई रफ्तार, दुधवा और कतर्नियाघाट में बड़े बदलाव की तैयारी
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।