अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पहली बार मनाई जाएगी दिवाली, 2100 दीपों से सजेगा कैंपस

Published : Oct 19, 2025, 11:44 AM IST
amu first diwali celebration 2025 2100 diyas

सार

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में पहली बार दिवाली उत्सव मनाया जाएगा। कुलपति की अनुमति से एनआरएससी क्लब में 2100 दीपों से जगमगाएगा परिसर। यह आयोजन एकता, भाईचारे और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक बनेगा।

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) इस बार एक ऐतिहासिक पल की साक्षी बनने जा रही है। अपनी 149 साल की परंपरा में पहली बार यहां दिवाली उत्सव मनाया जाएगा। कुलपति प्रो. नईमा खातून ने इस आयोजन को अनुमति दे दी है। इस बार का दीपोत्सव न केवल रोशनी का पर्व होगा, बल्कि एकता, सौहार्द और भाईचारे का प्रतीक भी बनेगा।

2100 दीपों से सजेगा एनआरएससी क्लब

दिवाली उत्सव रविवार शाम 4:30 बजे से यूनिवर्सिटी के नॉन-रेजिडेंट स्टूडेंट्स सेंटर (NRSC क्लब) में आयोजित होगा। कैंपस को 2100 मिट्टी के दीयों से सजाया जा रहा है। इस वर्ष की थीम “अंधकार पर प्रकाश की विजय” के अनुरूप पूरा परिसर दीपों और सजावट से आलोकित किया जाएगा। कैंपस में ग्रीन पटाखों से आतिशबाजी होगी ताकि पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे। इसके अलावा उत्सव के दौरान 21 किलो लड्डू और मिठाइयाँ छात्रों को वितरित की जाएँगी।

यह भी पढ़ें: अयोध्या दीपोत्सव 2025: क्या 26 लाख दीयों की रोशनी से तैयार हो रहा नया विश्व रिकॉर्ड?

दिवाली पर एकता और भाईचारे का संदेश

इस अनूठे आयोजन का उद्देश्य केवल दीप जलाना नहीं, बल्कि एक भारत, श्रेष्ठ भारत की भावना को साकार करना है। हिंदू छात्र अपने हाथों से मुस्लिम और अन्य धर्मों के साथियों को मिठाई खिलाएंगे और मिलकर दीप जलाएंगे। उत्सव के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम, रंगोली प्रतियोगिता, लक्ष्मी-गणेश पूजा और संवाद सत्र भी होंगे। कुलपति प्रो. नईमा खातून को भी इस आयोजन में आमंत्रित किया गया है। आयोजन का संयोजन सोशल साइंस और मास कम्युनिकेशन विभाग के छात्रों द्वारा किया जा रहा है, जिनका नेतृत्व छात्र अखिल कौशल कर रहे हैं।

पहली बार बदली एएमयू की परंपरा

1875 में सर सैयद अहमद खान द्वारा स्थापित अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी लंबे समय से अपनी इस्लामी शैक्षिक परंपरा के लिए जानी जाती रही है। यहां अब तक केवल ईद और बकरीद जैसे पर्व ही मनाए जाते थे। लेकिन इस बार इतिहास बदल गया है — पहली बार विश्वविद्यालय प्रबंधन ने अन्य धर्मों के पर्व को कैंपस में मनाने की अनुमति दी है।

मार्च 2025 से शुरू हुई थी पहल

मार्च 2025 में छात्र अखिल कौशल ने पहली बार विश्वविद्यालय में होली मनाने की अनुमति मांगी थी, जो उस समय अस्वीकृत कर दी गई थी। बाद में भाजपा सांसद सतीश गौतम के हस्तक्षेप के बाद आंशिक अनुमति दी गई। इसी सिलसिले में अब दिवाली उत्सव की पूरी अनुमति मिलना एक बड़ा कदम माना जा रहा है, जिसे छात्र और शिक्षक दोनों “ऐतिहासिक निर्णय” बता रहे हैं।

यह भी पढ़ें: अयोध्या में टूटा रिकॉर्ड, 2025 में इतने करोड़ लोग पहुंचे कि आंकड़े चौंका देंगे!

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Read more Articles on

Recommended Stories

Lucknow Weather Today: लखनऊ में आज कैसा रहेगा मौसम?
एग्जाम हॉल में अचानक गिर पड़ा छात्र… कुछ ही मिनटों में खत्म हो गई सांसें, वजह...?