
Ayodhya Diwali Festival 2025: अयोध्या की पावन धरती इतिहास रचने के लिए तैयार है। इस बार दीपोत्सव पर 26 लाख से अधिक दीये जलाने का लक्ष्य रखा गया है, जो पिछले साल का रिकॉर्ड तोड़ने का प्रयास है। विश्वविद्यालय और कॉलेज के 10,000 से ज़्यादा स्वयंसेवक इस भव्य आयोजन में भाग ले रहे हैं। राम की पैड़ी और 56 घाटों पर जलाए जाने वाले 26,11,101 दीये अयोध्या के आस्था और भक्ति के प्रतीक बनेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में आयोजित यह उत्सव न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि अयोध्या को स्पिरिचुअल टूरिज़्म हब के रूप में भी स्थापित करता है।
इस आयोजन में 10,000 से अधिक लोग शामिल हैं। दीयों को जलाने के लिए तेल और बाती तैयार की गई है। गिनती पूरी व्यवस्था के साथ की जा रही है। प्रत्येक क्षेत्र में दो प्रबंधक तैनात हैं जो यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी दीये सही तरीके से जलें और कोई गलती न हो। गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के निर्णायक रिचर्ड स्टेनिंग ने रिकॉर्ड बनाने के लिए ट्रैकिंग और क्यूआर कोड स्कैन जैसी प्रक्रियाएं बताई हैं।
इस साल का दीपोत्सव अयोध्या के इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय साबित होगा। लाखों दीपों की चमक, लाखों लोगों की भक्ति और शहर की सांस्कृतिक समृद्धि को वैश्विक मंच पर दिखाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यह उत्सव आस्था, एकता और भक्ति का प्रतीक बनकर अयोध्या को धार्मिक पर्यटन का केंद्र और अधिक मजबूत बनाएगा।
इस बार आयोजन की प्रक्रिया बेहद व्यवस्थित है। प्रत्येक क्षेत्र की देखरेख दो प्रबंधक करेंगे और दीयों को सही पैटर्न में जलाना सुनिश्चित करेंगे। अगर किसी स्थान पर दीया नहीं जलेगा या कोई त्रुटि होगी, तो उसे कुल गणना से घटा दिया जाएगा। गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के निर्णायक रिचर्ड स्टेनिंग ने इस सामूहिक दीप प्रज्वलन के लिए स्पष्ट और संरचित प्रक्रिया बताई है।
56 घाटों पर जलाए जाने वाले लाखों दीयों की रोशनी का दृश्य न केवल आँखों को चकाचौंध कर देगा, बल्कि दिलों को भी भगवान श्री राम की भक्ति से भर देगा। यह रोशनी अयोध्या की धार्मिक और सांस्कृतिक भव्यता को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शित करेगी। क्या अयोध्या इस बार विश्व रिकॉर्ड के साथ इतिहास में अपना नाम दर्ज कराएगी? यह सवाल पूरे देश की निगाहें खींच रहा है।
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