
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने छह दशक तक भारतीय राजनीति को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और उसे मूल्यों व आदर्शों से जोड़ा। उन्होंने कहा कि राजनीति में मतभेद हो सकते हैं, लेकिन अपनी पहचान और गरिमा के साथ आगे बढ़ना ही अटल जी की सबसे बड़ी सीख है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल जी केवल एक राजनेता नहीं थे, बल्कि वे कवि, लेखक, पत्रकार और दूरदर्शी नेता भी थे। उनकी कविताओं में उनका संघर्ष, संकल्प और प्रेरणा स्पष्ट रूप से झलकती है। पूरे देश ने उन्हें एक अभिभावक के रूप में मार्गदर्शक माना और दुनिया भर में उनका सम्मान किया गया। अटल जी भारतीय राजनीति के अजातशत्रु थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को रक्षा मंत्री और लखनऊ के सांसद राजनाथ सिंह की उपस्थिति में ‘अटल गीत गंगा’ कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर अतिथियों ने ‘अटल महानायक’ पुस्तिका का विमोचन किया और इसकी प्रथम ई-बुक का लोकार्पण भी किया। यह कार्यक्रम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती की पूर्व संध्या पर आयोजित किया गया।
सीएम योगी ने अटल जी की प्रसिद्ध पंक्ति “हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा” का उल्लेख करते हुए कहा कि संकट के समय उनकी कविताएं हर नागरिक को प्रेरणा देती हैं। उन्होंने कहा कि अटल जी कवि हृदय थे, लेकिन देश के लिए उन्होंने उतनी ही दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कार्य किया। ग्राम्य विकास, शहरी कनेक्टिविटी, पब्लिक सपोर्ट सिस्टम और गरीब कल्याण योजनाओं के जरिए उन्होंने पं. दीनदयाल उपाध्याय के ‘अंत्योदय’ के संकल्प को साकार किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब अटल जी ने भाजपा की कमान संभाली, तब परिस्थितियां अनुकूल नहीं थीं। फिर भी उन्होंने पूरे आत्मविश्वास के साथ कहा था— “अंधेरा छंटेगा, सूरज निकलेगा”। उन्होंने विपक्ष से स्पष्ट कहा था कि “भाजपा से लड़ो, भारत से नहीं”। यह कथन केवल एक दूरदर्शी और राष्ट्रनिष्ठ नेता ही कह सकता है।
सीएम योगी ने अटल जी की कविता “मेरे प्रभु मुझे इतनी ऊंचाई कभी न देना…” का उल्लेख करते हुए कहा कि यह हर कार्यकर्ता, हर विचार परिवार और हर भारतीय के लिए जीवन मंत्र है। उन्होंने बताया कि अटल जी के शताब्दी महोत्सव के अवसर पर उत्तर प्रदेश सरकार ने स्कूलों और कॉलेजों में विशेष प्रतियोगिताएं भी आयोजित कराईं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को लखनऊ आकर राष्ट्र प्रेरणा स्थल का लोकार्पण करेंगे। इस स्थल पर डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पं. दीनदयाल उपाध्याय और श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी की 65-65 फुट ऊंची कांस्य प्रतिमाएं स्थापित की गई हैं। डिजिटल म्यूजियम के माध्यम से राष्ट्रवादी विचारधारा का दर्शन कराया जाएगा।
सीएम योगी ने बताया कि राष्ट्र प्रेरणा स्थल में तीन हजार दर्शकों की क्षमता वाला ओपन थियेटर है। यहां एक साथ दो लाख लोगों के एकत्र होने की सुविधा है। चार हजार बसों और चार पहिया वाहनों के लिए पार्किंग की व्यवस्था भी की गई है। यह लखनऊ का सबसे बड़ा सार्वजनिक कार्यक्रम स्थल होगा।
कार्यक्रम संयोजक और उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने अतिथियों का स्वागत किया। ‘अटल गीत गंगा’ में कवि कुमार विश्वास ने एकल कविता पाठ किया। इस अवसर पर भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रमापति राम त्रिपाठी, निवर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, सांसद बृजलाल, महापौर सुषमा खर्कवाल, विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा और राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष बबिता सिंह चौहान सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
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