माफिया अतीक अहमद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। इस बीच एक और मुकदमा दर्ज किया गया है। इस मुकदमे में रंगदारी मांगने का आरोप लगाया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
प्रयागराज: धूमनगंज थाने में माफिया अतीक अहमद, उसके बेटे अली और गिरोह के अन्य सदस्यों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। गिरोह के अन्य सदस्यों में अतीक के चचेरे भाई असलम, आसाद कालिया, शाकिर, शकील, सैफ, महमूद, नामी, अफ्फान, शकील, माऊद का नाम भी शामिल है। यह मुकदमा पुलिस ने शूटर कम्मो जाबिर के रिश्तेदार साबिर की शिकायत पर दर्ज किया है।
दरवाजा खुलते ही कनपटी से सटाया तमंचा और की गाली-गलौज
चकिया के रहने वाले साबिर हुसैन की ओर से आरोप लगाया गया है कि वह 14 अप्रैल 2019 को घर पर मां अफरोज के साथ ही था। इसी बीच वहां पर अतीक अहमद का बेटा अली और कुछ अन्य लोग पहुंचे। उन्होंने दरवाजा खटखटाकर उसे बाहर बुलाय और गाली-गलौज करने लगे। इस बीच अली और असद ने उसकी कनपटी पर तमंचा भी सटा दिया। माफिया के चचेरे भाई ने अतीक अहमद को फोन कर उससे बात भी करवाई। इस दौरान एक करोड़ की रंगदारी मांगी गई और इसी के साथ अतीक अहमद के मामले में दखल देने पर जान से मारने की धमकी दी गई।
साबरमती जेल चलने का भी बनाया गया दबाव
पीड़ित का कहना है कि उसने घटना के बाद डर के चलते शिकायत नहीं की थी। हालांकि उमेश पाल की हत्या के तकरीबन 10 दिन पहले कुछ आरोपित फिर से उसके घर पर आए और साबरमती जेल जाने के लिए दबाव बनाने लगे। इस दौरान उससे एक करोड़ रुपए की रंगदारी की मांग की गई। जिसके बाद सोमवार को साबिर ने धूमनगंज थाने पहुंचकर पुलिस से शिकायत की। पुलिस मुकदमा दर्ज कर आरोपित की तलाश में जुटी हुई है। बताया गया कि अतीक अहमद के गैंग आईएस 227 का सक्रिय सदस्य कम्मो जाबिर का रिश्तेदार साबिर है। वह पहले माफिया के लिए काम भी करता था। हालांकि बाद में उसने जमीन का धंधा शुरू किया और उसके बाद से अतीक गैंग से अदावत शुरू हो गई।
यूपी पुलिस की टीम फिर पहुंची साबरमती जेल, माफिया अतीक अहमद को लाया जा सकता है यूपी