मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले प्रभु राम की भक्ति में डूबा देश, बढ़ गई रामचरितमानस की मांग

Published : Jan 13, 2024, 12:09 PM ISTUpdated : Jan 13, 2024, 12:13 PM IST
Ramcharitmanas

सार

राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से पहले देश में रामचरितमानस की मांग बढ़ गई है। इसके स्टॉक खत्म हो रहे हैं। गीता प्रेस द्वारा रामचरितमानस का प्रकाशन बढ़ा दिया गया है ताकि मांग पूरी की जा सके। 

गोरखपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को अयोध्या में बने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा (Ram Mandir Pran Pratishtha) करने वाले हैं। मंदिर में रामलला के अभिषेक से पहले देश भगवान राम की भक्ति में डूब गया है। इसका असर है कि रामचरितमानस की मांग बढ़ गई है। 50 साल में पहली बार रामचरितमानस का स्टॉक कम पड़ रहा है।

 

 

रामचरितमानस का प्रकाशन उत्तर प्रदेश के गोरखपुर स्थित गीता प्रेस द्वारा किया जाता है। 50 साल में पहली बार गीता प्रेस को रामचरितमानस के स्टॉक की कमी का सामना करना पड़ रहा है। मांग इतनी है कि स्टॉक खत्म हो रहे हैं। रामचरितमानस की बढ़ती मांग को देखकर गीता प्रेस के कर्मचारी उत्साहित हैं। इसकी छपाई तेजी की जा रही है ताकि बढ़ी हुई मांग को पूरा किया जा सके।

 

 

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नहीं बचा है रामचरितमानस का स्टॉक
गीता प्रेस के मैनेजर लालमणि त्रिपाठी ने बताया कि जब से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख की घोषणा हुई है तब से सुंदर कांड और हनुमान चालीसा के साथ-साथ रामचरितमानस की मांग बढ़ गई है। पहले हर महीने रामचरितमानस की करीब 75,000 प्रतियां प्रकाशित की जाती थी। इसे बढ़ाकर हमने 1 लाख किया है। इसके बाद भी स्टॉक नहीं बचा है।

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