यूपी के जिले अयोध्या में अक्षय तृतीय के अभिजीत मुहूत में करीब 155 देशों का जल पहुंच चुका है। उसके बाद दोपहर दो बजे से जलाभिषेक कार्यक्रम को शुरू किया जाएगा।
अयोध्या: उत्तर प्रदेश की रामनगरी अयोध्या में रविवार यानी 23 अप्रैल को 155 देशों के जल से अक्षय तृतीय के अभिजीत मुहूर्त में राम मंदिर का अभिषेक होगा। जिसमें अमेरिका के मंदिरों से लेकर कई नदियों का जल शामिल है। इतना ही नहीं कार्यक्रम के लिए कई देशों के राजदूत सहित 40 देशों के अप्रवासी जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं, वह सभी अयोध्या पहुंच चुके हैं। जलाभिषेक कार्यक्रम के लिए दिल्ली के पूर्व विधायक विजय जौली के साथ तजाकिस्तान के ताज मोहम्मद भी आए हैं। जिन्होंने बाबर की जन्मभूमि की नदी कश्क-ए-दरिया सहित आसपास के कई मुस्लिम देशों की नदियों का जल भेजा है।
इन नदियों के जल से होगा जलाभिषेक कार्यक्रम
राममंदिर में जलाभिषेक के लिए अमेरिका के 14 मंदिरों और 12 नदियों का जल भी शामिल है। दिल्ली के पूर्व विधायक विजय जौली का कहना है कि जलाभिषेक के लिए 155 देशों का जल कलश अयोध्या आया है। उसमें ताशंकद की चिरचिट, तजाकिस्तान की वरजोप,रूस की वोल्गा, यूक्रेन की दनेपिया, मारीसश की गंगा तलाब और हिंद महासागर का जल आया है। उन्होंने आगे बताया कि उज्बेकिस्तान से दो नदियों का जल शामिल है, जिसमें बाबर की जन्मस्थली पर बहने वाली कश्क दरिया समेत दो नदियों का जल शामिल है।
जल जुटाने में लगा 31 महीने का समय
दिल्ली के पूर्व विधायक विजय जौली ने बताया कि कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कई देशों के राजदूत सहित 40 देशों के अप्रवासी भारतीय शामिल है, जिसमें कुछ मुस्लिम भी है। वह आगे कहते है कि जलाभिषेक कार्यक्रम के लिए इतने देशों का जल जुटाने के लिए करीब 31 महीने का समय लगा। इन जलों में सबसे पहले स्टाकहोम से आशीष ब्रम्हभट्ट से कोरोनों काल समाप्त होने के बाद वहां आई सबसे पहली विस्तारा की फ्लाईट से जल भेजा। आगे कहते है कि इसके अलावा हमने यूक्रेन, रूस के साथ चीन, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से भी जल मंगाए हैं।
40 देशों के करीब 200 लोगों का समूह है शामिल
पूर्व विधायक आगे कहते है कि राजेंद्र प्रसाद फिजी, नेपाल के सांसद विनोद चौधरी, मारीशस बालाजी, आस्ट्रेलिया परशुराम, मकाऊ अरुणा झां, रोमानिया विजय मेहता, भूटान,श्रीलंका, सिंगापुर के पुरुषोत्तम कुमार सहित फिजी, युगांडा, रोमानिया,मंगोलिया, मलेशिया, नार्वें आदि 40 देशों के करीब 200 लोगों का समूह शामिल है। जलाभिषेक कार्यक्रम की सफलता के लिए दिल्ली स्टडी ग्रुप में शामिल दिल्ली के पूर्व विधायक नागपाल, शालू कुमारी, योगेश और विजयेंद्र यादव ने बहुत मेहनत किया है। विजय जौली के अनुसार उनके इस प्रयास से पूरे विश्व को आतंक और युद्ध से मुक्त कर श्रीराम की भक्ति और प्रेम से जीतने का संदेश है। जिसमें हिंदू, मुस्लिम, जैन, पारसी और बुद्ध आदि विश्व के कई धर्मों के लोगों का सहयोग भी है।
रामलला के दरबार में दोपहर 2 बजे पहुंचेगा कलश
उन्होंने आगे बताया कि मणिराम छावनी के नवनिर्मित सभागार में कार्यक्रम सुबह 10 से 12 बजे तक होगा। उसके बाद सभी लोग रामजन्मभूमि पथ पर डेढ़ बजे पहुंचेंगे। वहां रामलला के दरबार में पहुंचकर दर्शन करने बाद राममंदिर का जलाभिषेक रहेगा। वह आगे बताते है कि पूरे कार्यक्रम को श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिच चंपत राय का निर्देशन और पूज्य संतों का भी मार्गदर्शन मिलेगा। इसके अलावा जलाभिषेक कार्यक्रम में मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी महंत कमलनयन दास और लोकेश मुनि का आशीर्वाद रहेगा। यह पूजन पूरा वैदिक मंत्रोच्चार के बीच होगा।