
बाराबंकी: प्रधानमंत्री शहरी आवास न बनाने वालों की पहली किस्त को लेकर नोटिस जारी की गई। इसके जवाब में लाभार्थियों के घरवालों द्वारा बताया गया कि जिनके नाम आवास की पहली किस्त जारी हुई थी उन्होंने अपना घर ही पैसे मिलने के बाद छोड़ दिया है। इसके चलते ही आवास बना पाना मुश्किल हो गया है। इस मामले में अब रिकवरी की तैयारी भी की जा रही है। अधिकारियों ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है।
मजदूरी के लिए दूसरे प्रदेश चले गए कई लोग
आपको बता दें कि नगर विकास अभिकरण (डूडा) की ओर से प्रधानमंत्री आवास न बन पानों को नोटिस जारी की गई थी। इसमें सबसे अधिक महिला लाभार्थियों का नाम शामिल है। इस प्रकरण में 40 लाभार्थियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया। नोटिस मिलने के बाद घरवालों ने जवाब दिया कि अब वह घर नहीं बनवा पाएंगे क्योंकि जिन महिलाओं के नाम से आवास था वह अपने पति का कच्चा घर छोड़कर दूसरे से शादी रचा चुकी हैं। विभाग के द्वारा पहली किस्त की रूप में 50 हजार रुपए मिले थे और अब वह उस रुपए को भी साथ में ले गई। अब अधिकारी इस मामले की जांच की जा रही है और उनसे रिकवरी की जाएगी। हालांकि इस मामले में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो मजदूरी करने को लेकर दूसरे प्रदेश चले गए हैं इसी के चलते वह जनपद में आवास का निर्माण नहीं कर सके।
आरसी काटने के लिए तहसील भेजी जाएंगी पत्रावली
आपको बता दें कि 2014 से लेकर अब तक 16003 पात्रों को पीएम आवास का लाभ दिया गया है। इसमें से 15 हजार 500 लोगों के आवास पूरे हो चुके हैं। लिहाजा अब शेष को तृतीय किस्त 50 हजार रुपए दी जानी है। मामले सामने आने के बाद लोगों को नोटिस जारी की गई है। नोटिस दिए जाने के बाद आरसी काटने के लिए तहसील को पत्रावलियां भेजी जाएंगी।
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