यूपी के बरेली में सड़क दुर्घटना में युवक की मौत होने के बाद लोगों ने जमकर हंगामा किया। यह हंगामा युवक की मौत को अतीक अशरफ हत्याकांड से जोड़कर नारेबाजी करते हुए किया गया।
बरेली: मीट की फैक्ट्री से वापस आ रहे अरकान की मौत के बाद पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए लोगों ने जमकर हंगामा किया। लोगों ने लूट की खातिर गोली मारने का आरोप लगाते हुए यह बवाल काटा। मौके पर मौजूद कुछ लोगों के द्वारा इस घटना को अतीक और अशरफ हत्याकांड से जोड़कर नारेबाजी भी की गई। हालांकि उनकी माहौल को खराब करने की कोशिश पूरी तरह से नाकाम रही।
घर से ही बरामद हुए 35 हजार रुपए, नाली में मिला मोबाइल
इस घटना के दौरान मृतक का शव और बाइक के कुछ दूरी तक घिसटने को लेकर भी संकेत मिले। वहीं मौके पर मौजूद पुलिस की टीम बाइक के फिसलने की बात कह रही है। इस बीच भीड़ का आरोप है कि बिथरी थाने के पुलिसकर्मी कैंट थाना अंतर्गत क्षेत्र में क्या कर रहे थे। भीड़ ने आरोप लगाया कि प्रयागराज में पुलिस ने अतीक और अशरफ की हत्या करवा दी और यहां अरकान को मरवा दिया गया। वहीं इस बीच ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि उन्होंने पुलिसकर्मियों को अरकान की जेब से कुछ निकालते हुए भी देखा। अरकान की जेब में भैंस बिक्री के 35 हजार रुपए थे जो कि गायब होने की भी बात कही गई। हालांकि बाद में यह पैसे घर में मिले। वहीं उसका मोबाइल भी घटनास्थल के पास नाली में पड़ा हुआ था।
दारोगा ने कहा- फोर्स ने आती तो मुझे जान से मार देती भीड़
ग्रामीणों का कहना है कि पुलिस की कोशिश अरकान को अकेला देखकर लूटने की थी। हालांकि भीड़ आने के बाद कामयाबी नहीं मिल सकी। इस बीच लोगों ने एक सिपाही को भी मौके पर पकड़ लिया। लेकिन बाद में बिथरी थाने के दारोगा ने आकर रिवाल्वर तानकर लोगों को धमकाया। ज्ञात हो कि परसौना गांव बिथरी थाने के टीपीनगर चौकी अंतर्गत क्षेत्र में आता है। हालांकि इसी गांव का बाहरी हिस्सा जहां पर यह हादसा हुआ वह कैंट थाना अंतर्गत क्षेत्र में आता है। सामान्य रूप से ग्रामीण कोई भी घटना वहां पर होने पर बिथरी थाना पुलिस को ही बुलाते हैं। लिहाजा रात में हुई इस घटना के बाद भी सिपाही पुष्पेंद्र को कॉल कर एक्सीडेंट की जानकारी दी गई। मामले में पुष्पेंद्र की सूचना पर सिपाही विनीत और होमगार्ड वीरपाल वहां पर पहुंचे। इसी दौरान भीड़ ने उन पर ही हत्या का आरोप लगा दिया। मौके से होमगार्ड जान बचाकर भागा और सिपाही वहीं पर घिर गया। बाद में चौकी इंचार्ज से भी भीड़ भिड़ गई। घटना को लेकर दारोगा ने बताया कि भीड़ ने उन्हें देखकर नारेबाजी शुरू कर दी और लोग बेकाबू हो गए। अगर और फोर्स न आती तो भीड़ उन्हें जान से मार देती।