
Chandra Grahan Blood Moon 2025: साल 2025 का सबसे बड़ा खगोलीय नजारा आज रात यूपी की धरती से भी दिखाई देने वाला है। 7 सितंबर की रात को लगने वाला पूर्ण चंद्र ग्रहण यानी ‘ब्लड मून’ हर किसी के लिए खास बनने जा रहा है। आसमान में जब चांद पूरी तरह लालिमा ओढ़ लेगा, तो यह नजारा देखने वालों को मंत्रमुग्ध कर देगा।
भारतीय समयानुसार चंद्र ग्रहण 7 सितंबर की रात 9:58 बजे शुरू होगा और 8 सितंबर की रात 1:26 बजे खत्म होगा। उत्तर प्रदेश में यह खगोलीय दृश्य लखनऊ, गोरखपुर, वाराणसी, प्रयागराज, कानपुर, नोएडा और गाजियाबाद जैसे बड़े शहरों में साफ-साफ नजर आएगा। आसमान साफ रहा तो लोग इस अद्भुत ब्लड मून को बिना किसी उपकरण के अपनी आंखों से देख सकेंगे।
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ग्रहण का चरम चरण रात 11:42 बजे होगा, जब चांद पूरी तरह से लालिमा में ढका दिखाई देगा। यह पल न सिर्फ खगोल विज्ञान प्रेमियों के लिए खास होगा, बल्कि आम लोग भी इसे लंबे समय तक याद रखेंगे।
हिंदू मान्यताओं के मुताबिक ग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने से 9 घंटे पहले, यानी दोपहर 12:57 बजे से शुरू होकर 8 सितंबर की रात 1:27 बजे तक चलेगा। इस दौरान पूजा-पाठ, भोजन पकाना और शुभ कार्य वर्जित रहेंगे। मंदिरों के कपाट बंद रहेंगे और अगले दिन स्नान-ध्यान के बाद पूजा-अर्चना दोबारा होगी।
वैज्ञानिकों के अनुसार, ब्लड मून तब बनता है जब सूर्य की रोशनी पृथ्वी के वायुमंडल से होकर गुजरती है और चंद्रमा पर पड़ती है। इस दौरान नीली रोशनी बिखर जाती है और लालिमा चांद तक पहुंचती है। इसी वजह से ग्रहण के दौरान चंद्रमा लाल, नारंगी या तांबे जैसी आभा लिए दिखाई देता है।
ज्योतिषियों का कहना है कि इस साल का यह ग्रहण बेहद खास है क्योंकि 21 सितंबर को महालया अमावस्या पर सूर्य ग्रहण भी लगेगा। इस तरह पितृपक्ष की शुरुआत चंद्र ग्रहण से और समाप्ति सूर्य ग्रहण से होना दुर्लभ खगोलीय संयोग है।
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