डिजिटल महाकुम्भ: आस्था और तकनीकी का अद्भुत संगम!

Published : Feb 24, 2025, 11:28 AM IST
mahakumbh

सार

प्रयागराज महाकुम्भ में डिजिटल अनुभूति केंद्र ने आस्था और आधुनिकता का अनूठा मिश्रण पेश किया। 3.5 लाख से ज़्यादा श्रद्धालुओं ने AI, VR और होलोग्राम तकनीक से सनातन संस्कृति का अनुभव किया।

23 फरवरी- महाकुम्भ नगर।* आस्था और आध्यात्म के महापर्व, महाकुम्भ को सीएम योगी के मार्गदर्शन और प्रेरणा से इस वर्ष दिव्य-भव्य के साथ डिजिटल महाकुम्भ के तौर पर भी विकसित किया गया। इस क्रम में मेला क्षेत्र के सेक्टर-4 में बना डिजिटल अनुभूति केंद्र, डिजिटल महाकुम्भ का साकार रूप बना। डिजिटल अनुभूति केंद्र ने महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को एआई, वर्चुअल रिएलिटी और होलोग्राम की आधुनिकतम तकनीकि से सनातन आस्था की प्राचीनतम पौराणिक गाथाओं और मान्यताओं से परिचित करवाया। डिजिटल अनुभूति केंद्र ने विशेष रूप से युवा और विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित किया। महाकुम्भ के दौरान महामहिम राष्ट्रपति, भूटान नरेश समेत अब तक लगभग 3.5 लाख से अधिक श्रद्धालु डिजिटल अनुभूति केंद्र के साक्षी बने।

*3.5 लाख दर्शकों से हुई 1.75 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति* तीर्थराज प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ में अब तक 60 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगा चुके हैं जो कि सनातन संस्कृति के प्रति आस्था के सतत प्रवाह का प्रत्यक्ष प्रमाण है। ऐसे में सीएम योगी की प्रेरणा से मेला क्षेत्र के सेक्टर-4 में बना डिजिटल अनुभूति केंद्र आस्था और आधुनिकता के अद्भुत संगम के तौर पर उभरा। डिजिटल अनुभूति केंद्र महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का विशेष केंद्र साबित हुआ। महाकुम्भ के दौरान डिजिटल अनुभूति केंद्र में अब तक 3.5 लाख से अधिक लोगों ने महाकुम्भ और सनातन संस्कृत के महात्म का आधुनिक तकनीकि के जरिये दिव्य भव्य नजारा देखा। यही नहीं अनुभूति केंद्र से लगभग 1.75 करोड़ रुपये के राजस्व की प्राप्ति भी हुई। युवा पीढ़ी और विदेशी पर्यटकों को देश की प्रचीन सनातन संस्कृति से परिचित करवाने में डिजिटल अनुभूति केंद्र ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

*महामहिम राष्ट्रपति ने सराहा डिजिटल अनुभूति केंद्र के प्रयास को* महाकुम्भ के दौरान महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्य के विशेष अतिथि भूटान नरेश जिग्मे खेसर नाम्ग्याल ने भी डिजिटल अनुभूति केंद्र का अनुभव लिया और इसे सराहा। 12 वीथियों में बना डिजीटल अनुभूति केंद्र ने एआई, वीआर और होलोग्राम जैसी आधुनिकतम तकनीक के जरिये महाकुम्भ, समुद्र मंथन, यमुना नदी, प्रयाग महात्म की पौराणिक कथाओं को दिव्य भव्य तरीके से प्रस्तुत किया। सीएम योगी आदित्यनाथ ने 9 जरवरी को अनुभूति केंद्र के उद्घाटन के अवसर पर इसे आस्था और आधुनिकता का संगम कहा था। उन्होंने कहा कि महाकुम्भ में आने वाली हमारी भावी पीढ़ी को अनुभूति केंद्र का अनुभव अवश्य लेना चाहिए। इसमें उन्हें प्राचीन भारत की गौरवशाली परंपरा की झलक मिलेगी, इसके माध्यम से वे सनातन संस्कृति के प्रति अपनी समझ और आस्था को और बढ़ा सकेंगे। डिजिटल अनूभूति केंद्र सीएम योगी की उम्मीदों पर पूरी तरह खरा उतरा और लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं को दिव्य-भव्य महाकुम्भ का अनुभव प्रदान किया।

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