पति का बंटवारा कर टल गया तलाक, सालों पहले दायर केस में हुआ अनोखा समझौता

Published : Apr 07, 2023, 12:33 PM IST
lucknow

सार

सप्ताह के दिनों के हिसाब से पति का बंटवारा कर तलाक का एक मामला टल गया। पत्नियों ने आपसी समझौते के बाद कोर्ट में सुलहनामा दाखिल किया। यह मामला लोगों के बीच चर्चाओं में बना हुआ है।

लखनऊ: रिश्तों के बीच की एक अजब-गजब कहानी सामने आई है। वादी-प्रतिवादी की हरकत को देखकर वकील भी अचंभित रह गए। पति-पत्नी के बीच तलाक के विवाद के बाद दोनों ही पक्ष सुलह की अर्जी लेकर पारिवारिक न्यायालय लखनऊ पहुंचे।

सालों पुराने मुकदमे में लगाई गई सुलह की अर्जी

आपको बता दें कि अचानक ही वादी-प्रतिवादी ने पलटते हुए समझौता पत्र के साथ अदालत पहुंचकर मुकदमा वापस लेने की अर्जी लगा दी। सुलह के लिए तय हुआ कि पति तीन दिन तक एक पत्नी के साथ और चार दिन तक दूसरी पत्नी के साथ रहेगा। इस बीच जब भी तीज त्योहार होगा तो सभी मिलते-मिलाते रहेंगे और भविष्य में कोई भी मुकदमा नहीं करेगा। पारिवारिक न्यायालय में हुए इस समझौते के बाद लोगों के बीच चर्चाओं का बाजार गर्म है। अधिवक्ता भी कहते नजर आ रहे हैं कि जब मियां बीबी राजी तो क्या करेगा काजी।

पहली शादी के कुछ दिन बाद ही अलग हो गए थे पति-पत्नी

आपको बता दें कि शहर के पॉश इलाके में रहने वाले युवक की शादी 2009 में माता-पिता की मर्जी से हुई थी। जिससे उसे दो बच्चे भी हैं। हालांकि 2016 में वह दोनों अलग हो गए और युवक ने प्रेम विवाह रचा लिया। इस बीच दोनों ने मिलकर पहली पत्नी से तलाक के लिए केस भी दायर कर दिया। 2018 में यह मुकदमा दाखिल हुआ था। उसके बाद कोरोना के चलते कई बार सुनवाई टलती रही। अब दोनों पक्ष समझौते के लिए राजी हो गए हैं। कोर्ट में समझौता पत्र और हलफनामा दाखिल किया गया है जिस पर वाद को निरस्त करने का फैसला सुनाया गया। समझौते के अनुसार युवक बुधवार, बृहस्पतिवार और शुक्रवार को पहली पत्नी के साथ रहेगा और शेष बचे चार दिन वह दूसरी पत्नी के साथ में रहेगा। हालांकि तीज त्योहार पर सभी मौजूद रहेंगे। युवक की जो भी चल-अचल संपत्ति है उस पर दोनों का ही हक रहेगा। इसी के साथ युवक पहली पत्नी को भरण पोषण के लिए 15 हजार रुपए भी देगा। इन शर्तों के साथ ही दायर वाद को वापस लेने के लिए दोनों पक्ष राजी हुए हैं।

छात्रा ने अपना दल विधायक पीयूष रंजन निषाद पर लगाया यौन शोषण का आरोप, कहा- लखनऊ के बाद दिल्ली में हुई घटना

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

4 साल इंतजार के बाद पैदा हुए बच्चे की 23वें दिन नींद में मौत, पैरेंट्स को अलर्ट करने वाली खबर!
ये हैं भदोही की रेखा : कभी सिलाई करती थीं, अब बना रहीं डिटर्जेंट पाउडर