Religious conversion through gaming app: गाजियाबाद में ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए धर्मांतरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। दो नाबालिग किशोर जब पांच वक्त के नमाजी बन गए तो परिजनों के होश उड़ गए। उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई।
Religious conversion through gaming app: गाजियाबाद में ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए धर्मांतरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। दो नाबालिग किशोर जब पांच वक्त के नमाजी बन गए तो परिजनों के होश उड़ गए। उन्होंने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने भी मामले की पड़ताल शुरु की तो एक आरोपी गाजियाबाद की ही एक मस्जिद का मौलवी निकला, जबकि दूसरा आरोपी ठाणे, मुंबई का रहने वाला बद्दो है। पुलिस ने मौलाना अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को अरेस्ट कर ऑनलाइन धर्म परिवर्तन के खेल का खुलासा कर दिया है। दूसरे आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
आनलाइन गेमिंग ऐप से धर्म परिवर्तन की मॉडस ऑपरेंडी
जानकारी के अनुसार, दोनों किशोरों के साथ कुछ मुस्लिम लड़के नाम बदलकर गेम (ऑनलाइन गेम फॉर नाइट) खेलते थे। आरोपियों ने ऑनलाइन धर्मपरिवर्तन की ऐसी मॉडस ऑपरेंडी अपनाई थी कि उसे सुनकर आपके भी हैरान हो जाएंगे। गेम हारने पर जाकिर नाइक की आयतें पढ़वाई जाती थी। जिन्हें पढ़ने के बाद गेम खेलने वाला जीत जाता था और इस तरह किशोरों को गेम में जीत दिलाकर पहले उनका भरोसा जीता जाता था। इतना ही नहीं, एक अन्य ऐप के जरिए मुस्लिम लड़के नाम बदलकर यूजर आईडी बनाते थे ओर हिंदू लड़कों से चैट करके उन्हें इस्लाम अपनाने को मोटिवेट करते थे। किशोरों को इस्लाम धर्म की जानकारी देने के लिए अलावा, रिवाजों को अपनाने के लिए खासी पैरवी भी करते थे।
धर्म परिवर्तन कराने को बरगलाया
बताया जा रहा है कि मौलवी अब्दुल रहमान की नमाजी बने किशोरों से दो साल पहले भेंट हुई थी। वह किशोरों को इस्लाम धर्म के बारे में बताता रहा और उन्हें बरगलाने में सफल भी हो गया। उसके बाद दोनों किशोर नमाज पढ़ने लगे। यह देखकर घर वालों का माथ ठनका और उन्होंने पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। बरहाल, पुलिस मामले ने एक आरोपी को अरेस्ट कर लिया है और आगे की जांच कर रही है।