यूपी के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे का नाम एक बार फिर चर्चा में है। 2 जुलाई, 2020 को हुए 'बिकरू कांड' में 3 साल बाद यानी 5 सितंबर को चौंकाने वाला फैसला आया है। इनमें से 30 में 23 आरोपी दोषी माने गए हैं।
कानपुर. यूपी के कुख्यात गैंगस्टर विकास दुबे का नाम एक बार फिर चर्चा में है। 2 जुलाई, 2020 को हुए 'बिकरू कांड' में 3 साल बाद यानी 5 सितंबर को चौंकाने वाला फैसला आया है। इनमें से 30 में 23 आरोपी दोषी माने गए हैं। हालांकि 7 आरोपियों को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया। बता दें कि विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर शूटरों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी। इसमें 8 पुलिसवालों की मौत हो गई थी।
क्या है यूपी का बिकरू कांड, पढ़िए 10 बड़ी बातें
1. यूपी के कानपुर के बिकरू गांव में 2 जुलाई 2020 की रात गैंगस्टर विकास दुबे को अरेस्ट करने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने फिल्म स्टाइल में गोलियां बरसाई थीं।
2. बिकरू कांड में डिप्टी एसपी समेत 8 पुलिस कर्मियों की हत्या कर दी गई। इस घटना को 3 साल हो गए हैं। अब जाकर इसमें फैसला की घड़ी आई।
3. बिकरू कांड में पुलिस ने 45 आरोपियों को पकड़ा था। इसके बाद सरकार ने ताबड़तोड़ एक्शन लेकर विकास दुबे और उसके गैंग की 72 करोड़ से अधिक की संपत्ति जब्त की थी। 7 पर NSA और 45 पर गैंगस्टर की कार्रवाई की गई थी।
4.हुआ यूं था कि चौबेपुर क्षेत्र के बिकरू गांव में 2 जुलाई 2020 की रात को सीओ बिल्हौर देवेंद्र मिश्रा ने सर्किल फोर्स के साथ गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने दबिश दी थी।
5. माना जाता रहा है कि पुलिस की छापेमारी की सूचना पहले ही गैंगस्टर विकास दुबे तक पहुंच गई थी। जैसे ही पुलिस के गांव में एंट्री की, बदमाशों ने छतों से अंधाधुंध फायरिंग कर दी थी।
6. बिकरू कांड में विकास दुबे और उसके गैंग के सदस्यों, सहयोगियों सहित 91 लोगों के खिलाफ 79 मुकदमें दर्ज किए गए थे। 6 अपराधियों का एनकाउंटर किया गया था।
7.विकास दुबे का 2020 में कानपुर से 17 किमी दूर भौती नामक जगह पर STF ने एनकाउंटर कर दिया था। विकास दुबे को मप्र के उज्जैन से पकड़कर यूपी ले जाया जा रहा था। तभी गाड़ी पलटने के बाद उसने भागने की कोशिश की थी।
8. विकास दुबे को विकास पंडित के नाम से भी जाना जाता था। उसके खिलाफ पहला आपराधिक मामला 1990 के दशक की शुरुआत में दर्ज किया गया था। 2020 तक उसके नाम पर 60 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हो चुके थे।
9. विकास दुबे पर पुलिस ने 5 लाख का इनाम भी रखा था। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, अपने राजनीतिक संबंधों के कारण विकास दुबे को अधिकांश हत्याओं के लिए बरी कर दिया गया था।
10. निर्देशक नीरज सिंह ने बिकरू कांड पर एक फिल्म बनाई थी। विकास दुबे पर हत्या, डकैती, अपहरण, जमीन हथियाने और धमकी देकर वसूली करने के आरोप थे।
यह भी पढ़ें
नक्सलियों को फंडिंग: आजमगढ़, वाराणसी और प्रयागराज सहित 8 जगहों पर NIA की छापेमारी