कानपुर: मड़ौली गांव में सरकारी जमीन पर बनी झोपड़ी को हटाने के दौरान मां-बेटी की जलकर हुई मौत के बाद उनका अंतिम संस्कार भी बुधवार को कर दिया गया। हालांकि इस घटना में कई सवाल ऐसे हैं जिनका जवाब अभी तक किसी के पास नहीं है। जब भी इन सवालों को शासन प्रशासन से किया जाता है तो सिर्फ जांच कमेटी और रिपोर्ट की बात कहकर जिम्मेदार अपना पल्ला झाड़ लेते हैं। यहां सोमवार को निलंबित एसडीएम ज्ञानेश्वर प्रसाद के नेतृत्व में राजस्व और पुलिस की टीम पहुंची थी। बुलडोजर का झोपड़ी तक पहुंचना मुश्किल था लिहाजा बीच में पड़ने वाले हैंडपंप और धार्मिक चबूतरे को भी तोड़ दिया गया।