जेल से रिहा होने के बाद खुशी दुबे ने बिकरू कांड को लेकर कहा कि वह उस खौफनाक रात को कभी भी नहीं भूल सकती हैं। इस बीच उन्होंने उन 4 दिनों का भी जिक्र किया जिसका खुलासा वह सही समय आने पर करेंगी।
कानपुर: यूपी के कानपुर में हुए बिकरू कांड ने प्रदेश ही नहीं देश में हड़कंप मचा दिया था। चौबेपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत बिकरू गांव में 8 पुलिसकर्मियों की हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया था। इस घटना को विकास दुबे और उसके साथियों ने मिलकर अंजाम दिया था। घटना के बाद जब पुलिस एक्शन में आए तो सभी आरोपी फरार हो गए। इसके बाद पुलिस ने गैंगस्टर विकास दुबे समेत 6 अपराधियों को पुलिस मुठभेड़ में मार गिराया था। घटना को लेकर 2 दिन पहले ही शादी करके आई खुशी दुबे समेत 45 लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस ने जेल भी भेजा था।
'पुलिसवालों ने सुसराल में ही रुकने की हिदायत दी'
बीते दिनों खुशी दुबे की जमानत होने के बाद उनकी रिहाई हुई। सुप्रीम कोर्ट से जमानत पाकर घऱ पहुंची खुशी दुबे ने मीडिया को बताया कि उनका बिकरू कांड से कुछ लेना-देना नहीं था। घटना की रात को जब गोलीबारी हो रही थी तो ऐसा लग रहा था जैसे आतिशबाजी चल रही है। अगली सुबह पुलिसवालों से ही मालूम हुआ कि गांव में क्या कुछ हुआ है। इसके बाद खुशी मायके जाने की भी बात कही तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें ससुराल में ही रुकने की हिदायत दे दी। घटना के दो दिन बाद ही उसे थाने ले आया गया और चार दिनों तक यहीं रखा गया। इसके बाद उसे कानपुर देहात की माती जेल भेज दिया गया।
'उचित समय आने पर होगा 4 दिनों का खुलासा'
खुशी दुबे कहती हैं कि वह उन 4 दिनों को कभी भी नहीं भूल सकती हैं। उस दौरान उनके साथ क्या-क्या गलत हुआ इसका खुलासा वह उचित वक्त आने पर करेंगी। अभी वह इस बारे में बात तक नहीं करना चाहती हैं। वह कहती हैं कि शादी से पहले वह विकास दुबे के बारे में कुछ नहीं जानती थीं। शादी वाले दिन ही उसने विकास दुबे का नाम सुना था। इस घटना के बाद उनका मेडिकल फील्ड में जाने का सपना भी बर्बाद हो गया। इस बीच खुशी ने जेल में इलाज न मिलने की बात का भी खंडन किया। खुशी न कहा कि जेल में उन्हें उचित इलाज मिला है। जेल में कई बार उनकी तबियत बिगड़ी लेकिन हर बार उचित इलाज मिला।
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