Government action on property fraud in Lucknow: लखनऊ में ज़मीन धोखाधड़ी रोकने के लिए LDA सख्त! खाली भूखंडों का सर्वे होगा, फर्जी रजिस्ट्री करने वालों पर शिकंजा कसा जाएगा। नई सुरक्षा व्यवस्था लागू!
LDA land registry fraud: राजधानी में जमीनों की खरीद-फरोख्त में धोखाधड़ी के बढ़ते मामलों को देखते हुए लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) ने सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है। अब एलडीए अपनी संपत्तियों की रजिस्ट्री में हो रहे फर्जीवाड़े को रोकने के लिए खाली भूखंडों का सर्वे करेगा। इसमें जिन भूखंडों की अब तक रजिस्ट्री नहीं हुई है, उनके मूल आवंटियों को नोटिस भेजा जाएगा और जल्द से जल्द रजिस्ट्री कराने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
एलडीए के उपाध्यक्ष प्रथमेश कुमार ने शुक्रवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर इस संबंध में निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री प्रक्रिया को सुरक्षित बनाने के लिए जल्द ही एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) जारी की जाएगी।
यूपी एसटीएफ ने बीते गुरुवार को गोमती नगर में भूखंडों की फर्जी रजिस्ट्री करने वाले गिरोह के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया था। इस घटना के बाद एलडीए प्रशासन हरकत में आया और संपत्तियों की रजिस्ट्री प्रक्रिया को सुधारने की दिशा में नए कदम उठाने शुरू कर दिए। उपाध्यक्ष ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आदेश दिया कि प्राधिकरण कार्यालय में संदिग्ध व्यक्तियों की एंट्री पूरी तरह प्रतिबंधित की जाए। प्रवेश द्वार पर ही आगंतुकों का पूरा ब्योरा दर्ज किया जाएगा।
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एलडीए कार्यालय में आने वाले हर आगंतुक को यह स्पष्ट करना होगा कि वह किस उद्देश्य से आया है और उसे किस पटल पर जाना है। इसके बाद ही उसे गेट पास जारी किया जाएगा, जो कि केवल निर्धारित समय और पटल के लिए मान्य होगा। इसके अलावा, पंजीकृत ठेकेदारों, अधिवक्ताओं और आर्किटेक्ट्स के लिए भी नई पास व्यवस्था लागू की जाएगी, जिसमें संबंधित अनुभागाध्यक्ष द्वारा विशेष पास जारी किया जाएगा।
एलडीए कार्यालय में अनुशासन और पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एक विशेष सचल दल का गठन किया जाएगा। यह दल समय-समय पर कार्यालय के प्रवेश द्वार और विभिन्न पटलों का औचक निरीक्षण करेगा और नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई सुनिश्चित करेगा। इसके अलावा, प्राधिकरण के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को अनिवार्य रूप से पहचान पत्र पहनने का निर्देश दिया गया है।
एलडीए के पुराने पोर्टल में कई तकनीकी खामियां थीं, जिसके चलते डाटा की सुरक्षा मजबूत नहीं थी। इस समस्या को दूर करने के लिए एक नया सॉफ्टवेयर विकसित किया जा रहा है, जिसमें सारा डाटा माइग्रेट किया जाएगा। यह पूरी तरह सुरक्षित होगा और इसमें किसी भी तरह की छेड़छाड़ की संभावना नहीं होगी।
इसके अलावा, नवीनतम तकनीक पर आधारित एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग (ERP) प्रणाली में प्लानिंग, संपत्ति, अभियंत्रण, वित्त एवं लेखा, मानव संसाधन, अभिलेखागार, अनुरक्षण, विधि और जनसूचना जैसे अनुभागों के लिए विशेष मॉड्यूल विकसित किए जा रहे हैं। इस नए सिस्टम में पेमेंट गेटवे, डिजिटल सर्टिफिकेट, डॉक्यूमेंट मैनेजमेंट सिस्टम और आधार बेस्ड वेरिफिकेशन जैसी सुविधाएं भी शामिल की जाएंगी।
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