
Lucknow Kanpur expressway: उत्तर प्रदेश में रफ्तार की नई रेखा खिंचने जा रही है, लेकिन इस तेज़ सफर की कीमत भी तय हो चुकी है। लखनऊ और कानपुर को जोड़ने वाले 63 किलोमीटर लंबे लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे पर अब टोल वसूली की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने जानकारी दी है कि इस एक्सप्रेसवे पर कुल पांच टोल प्लाज़ा बनाए जाएंगे और उद्घाटन के अगले ही दिन से टोल देना शुरू करना होगा।
एनएचएआई अधिकारियों के अनुसार, मई 2025 में लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे के लिए टोल प्लाज़ा निर्माण की निविदा प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसका मतलब है कि प्रशासन ने एक्सप्रेसवे के साथ-साथ टोल वसूली की व्यवस्था को भी प्राथमिकता दे दी है।
पूरे एक्सप्रेसवे पर पांच टोल प्लाज़ा बनाने की योजना है। इन टोल प्लाज़ा को एक्सप्रेसवे पर चढ़ने और उतरने वाले रैंप के पास स्थापित किया जाएगा। इससे सफर के दौरान वाहनों की गति पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, क्योंकि मुख्य मार्ग के बीच में कोई टोल नहीं होगा।
माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगस्त 2025 में इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, निर्माण कार्य 31 जुलाई 2025 तक पूरा कर लिया जाएगा और इसके ठीक एक दिन बाद यानी 1 अगस्त को आम जनता के लिए इसे खोल दिया जाएगा।
एनएचएआई अधिकारियों के अनुसार, अब तक करीब 85 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा किया जा चुका है। जून तक सभी सिविल कार्य और जुलाई में फिनिशिंग टच का लक्ष्य रखा गया है, जिससे समय पर उद्घाटन संभव हो सके। लखनऊ से बनी तक 18 किलोमीटर लंबा एलिवेटेड रोड बनाया जा रहा है। परियोजना के तहत 43 गांवों की जमीन का अधिग्रहण भी किया गया है। इससे आवागमन सुगम और तेज होगा।
एनएचएआई की योजना के मुताबिक, पांच टोल प्लाज़ा निम्नलिखित स्थानों पर बनाए जाएंगे:
इस एक्सप्रेसवे पर टोल प्लाज़ा मुख्य मार्ग के बीच में नहीं होंगे। अधिकतर एक्सप्रेसवे में टोल बीच में बनाए जाते हैं, जिससे वाहन रुकते हैं, लेकिन इस प्रोजेक्ट में टोल रैंप के पास होंगे। इससे वाहन बिना रुके पूरे एक्सप्रेसवे को पार कर सकेंगे, जिससे समय और ईंधन दोनों की बचत होगी।
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