
Lucknow Metro ambulance: यूपी की राजधानी लखनऊ में मेट्रो सिर्फ सवारी का साधन नहीं, बल्कि अब गंभीर मरीजों की मददगार भी बनने जा रही है। चारबाग से वसंतकुंज तक बनने वाले मेट्रो के ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर से न केवल शहर का यातायात आसान होगा, बल्कि ऑर्गन ट्रांसप्लांट जैसी आपात स्थितियों में मेट्रो ऐंबुलेंस की भूमिका निभाएगी।
लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (UPMRC) इस रूट को "ग्रीन कॉरिडोर" में बदलने की योजना बना रहा है। मुंशीपुलिया, अयोध्या रोड और कानपुर रोड से आने वाले मरीज बिना ट्रैफिक में फंसे सीधे केजीएमयू पहुंच सकेंगे। इस व्यवस्था से लगभग 20 मिनट का कीमती समय बचेगा जो ऑर्गन ट्रांसप्लांट जैसी परिस्थितियों में जीवन रक्षक साबित हो सकता है।
यह भी पढ़ें: लखनऊ एयरपोर्ट पर बड़ा ड्रग्स खुलासा: बैंकॉक से आई फ्लाइट में मिले करोड़ों के नशे के पैकेट
चारबाग से वसंतकुंज तक मेट्रो कॉरिडोर के लिए पीआईबी की मंजूरी मिल चुकी है, अब केंद्रीय कैबिनेट से अंतिम मंजूरी मिलनी बाकी है। निर्माण शुरू होते ही 2029 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
UPMRC अधिकारियों का कहना है कि केजीएमयू और पीजीआई के बीच पहले से ऑर्गन ट्रांसप्लांट में समन्वय रहता है। मेट्रो के इस नए कॉरिडोर से दोनों संस्थानों के बीच ट्रांसपोर्ट आसान होगा और सिस्टम और ज्यादा प्रभावी बनाया जा सकेगा।
15 जून को वृंदावन योजना स्थित डिफेंस एक्सपो स्थल पर गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस विभाग में चयनित कर्मियों को नियुक्ति पत्र बांटेंगे। इस मौके पर छह हजार से अधिक चयनित शामिल होंगे। उन्हें कार्यक्रम स्थल तक पहुंचाने के लिए मेट्रो स्टेशन से ई-रिक्शों की भी विशेष व्यवस्था की जा रही है।
यह भी पढ़ें: 3700 करोड़ से बनेगा यूपी का नया हाईवे, किन जिलों को होगा सबसे बड़ा फायदा?
उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।