UP की लोकल सरकारों में कॉम्पिटिशन: इन पैरामीटर्स पर अव्वल निकायों को 1 से 10 करोड़ तक प्राइज
यूपी की सभी नगर निगमों, नगर पालिका और नगर पंचायतों में बेहतर काम करने वाली निकायों को 1 से 10 करोड़ रुपये तक का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके लिए 5 से 7 पैरामीटर्स तय किए गए हैं। उनमें स्वच्छता, अच्छी सड़कें, शुद्ध पेयजल, आत्मनिर्भरता और सेफ सिटी जैसे…
Rajkumar Upadhyay | Published : Jun 1, 2023 2:30 PM IST / Updated: Jun 01 2023, 11:29 PM IST
लखनऊ। यूपी की सभी नगर निगमों, नगर पालिका और नगर पंचायतों में बेहतर काम करने वाली निकायों को 1 से 10 करोड़ रुपये तक का पुरस्कार दिया जाएगा। इसके लिए 5 से 7 पैरामीटर्स तय किए गए हैं। उनमें स्वच्छता, अच्छी सड़कें, शुद्ध पेयजल, आत्मनिर्भरता और सेफ सिटी जैसे मानक तए किए गए हैं। जिले में इन मानकों में अव्वल रहने वाली निकायों को यह पुरस्कार मिलेगा। नगर निगमों के महापौर, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों के अध्यक्षों के लिए गुरुवार को एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया था। सीएम योगी ने कार्यशाला को संबोधित किया और बेहतर काम के लिए नगर निकायों के बीच कॉम्पिटिशन को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए बड़ा ऐलान किया।
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किन नगर निकायों को मिलेगा पुरस्कार
सीएम योगी ने कहा कि प्रथम आने वाले नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों को पुरस्कृत किया जाएगा।
जिले में इन पैरामीटर्स में पहला स्थान पाने वाले नगर पंचायत को साल में 1 करोड़ रुपए दिए जाएंगे।
मंडल स्तर पर पहला स्थान प्राप्त करने वाली नगर पालिका को साल में 2 करोड़ रुपये दिए जाएंगे।
यूपी में अव्वल नगर निगम को 10 करोड़ रुपए अतिरिक्त मिलेंगे।
नम्बर 1 में आने वाले नगर निकाय अगले 2 साल बाद ही प्रतिस्पर्धा में शामिल होंगे।
ऐसे निकायों को अपना मोमेंटम बनाए रखना होगा, अन्यथा उसकी माइनस मार्किंग भी होगी।
सरकार नगर निकायों के महापौर, अध्यक्षों, नगर आयुक्त व अधिशासी अधिकारियों को भी सम्मानित करेगी।
सीएम योगी ने ये भी कहा
सभी 75 जिलों में कम से कम 75 नगर निकायों को 1 साल में सेफ सिटी के रूप में घोषित करें।
नगर विकास विभाग व गृह विभाग मिलकर 17 नगर निगम व गौतमबुद्धनगर को सेफ सिटी के रूप में विकसित करें। यह काम उन्हें अगले 6 महीने में करना होगा।
प्राइवेट संस्थान अपने कार्यस्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगवाएं। आईसीसीसी व आईटीएमएस से उसे लिंक करें।
स्वच्छताकर्मियों को निर्धारित मानदेय मिले।
लोगों को स्वच्छता के विषय में जागरूक करने के लिए मोहल्ला स्वच्छता कमेटी का गठन करना चाहिए।
हर घर नल योजना के लिए कार्ययोजना बनानी चाहिए।
नगर निकायों की जमीनों का उपयोग पटरी दुकानदारों और मल्टीलेवल पार्किंग के लिए करें।
यूपी के सभी सिटीज में शाम होते ही स्ट्रीट लाइटें नियमित रूप से जलें।
त्यौहारों पर सार्वजनिक स्थानों पर लाइटिंग के जरिए सजावट की जाए।
बेसहारा लोगों के लिए हर नगर निकाय में रैन बसेरों का संचालन किया जाए।