
Pahalgam terror attack poster war: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की सड़कों पर इन दिनों सियासी संग्राम का नजारा देखने को मिल रहा है। पहलगाम आतंकी हमले को लेकर शुरू हुई पोस्टर पॉलिटिक्स अब तूल पकड़ चुकी है। रविवार को अखिलेश यादव के आवास के पास चौराहे पर एक नया पोस्टर लगाया गया, जिसने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है। पहले समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस ने पोस्टर लगाए थे, अब विश्व हिंदू रक्षा दल ने भी मोर्चा संभाल लिया है।
रविवार को अखिलेश यादव के आवास के नजदीक एक बड़े पोस्टर ने सबका ध्यान खींचा। इसमें लिखा था "मुसलमानों के रहनुमा क्यों हैं पहलगाम पर खामोश... पहलगाम तो बहाना है, 100 करोड़ हिन्दू निशाना है। सोता हिन्दू, मरता हिन्दू, बंटता हिन्दू, कटता हिन्दू।"
यह पोस्टर विश्व हिंदू रक्षा दल की ओर से लगाया गया है, जो सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी के रुख पर सवाल उठाता नजर आ रहा है।
पोस्टर वॉर में अब कांग्रेस पार्टी भी उतर आई है। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के बाहर एनएसयूआई के प्रदेश उपाध्यक्ष आर्यन मिश्रा ने नया पोस्टर लगाया।
पोस्टर पर लिखा था “आपने देश से पहले चुनाव को चुना और राहुल गांधी ने देश को चुना, फर्क साफ है।”इसके जरिए आर्यन मिश्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सीधा हमला बोला है। कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आतंकी घटनाओं के मुद्दे को गंभीरता से न लेने का आरोप लगाया है।
इससे पहले शनिवार को भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के प्रदेश महामंत्री अमित त्रिपाठी ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए पोस्टर जारी किया था। पोस्टर में सवाल उठाया गया था कि “पहलगाम आतंकी हमले में शहीद शुभम द्विवेदी के घर अखिलेश यादव नहीं गए, लेकिन मुख्तार अंसारी की मौत पर संवेदनाएं व्यक्त कीं। आखिर हिंदुओं से इतनी नफरत क्यों?”
बीजेपी के इस पोस्टर के जवाब में समाजवादी पार्टी की ओर से पूजा शुक्ला ने पलटवार किया और पोस्टर लगाया, जिसमें लिखा था "आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हों। हमें चाहिए हर शहीद का बदला, हर बलिदान का सम्मान।" सपा ने साथ ही केंद्र सरकार से शहीदों के परिजनों को 10 करोड़ रुपये का मुआवजा देने की भी मांग की।
पहलगाम आतंकी घटना के बाद से यूपी की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। पोस्टर वॉर के जरिए हर पार्टी अपनी बात जनता तक पहुंचाने में जुटी है। अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले दिनों में यह सियासी जंग और कितनी गरमाती है।
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