दहेज, घरेलू हिंसा या हादसा? तीन दिन तक रखा शव! नवविवाहिता की मौत का सच क्या है?

Published : Dec 09, 2024, 03:30 PM IST
Dead Body

सार

मऊ के गोंठा गांव में एक नवविवाहिता की मौत के बाद हत्या का आरोप लगा है। तीन दिन पति के इंतज़ार के बाद भाई ने पुलिस को तहरीर दी। क्या प्रसव के बाद हुई मौत स्वाभाविक थी या कुछ और?

मऊ। गोंठा गांव की गलियों में उस वक्त मातम पसर गया, जब गांव की एक नवविवाहिता महिला की मौत हो गई। महिला के शव को तीन दिन तक उसके पति के इंतज़ार में रखा गया, मौत का एंगल तब बदल गया, जब तीन दिन बाद उसके भाई ने हत्या का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर दी।

विवाहिता की संदिग्ध मौत

बता दें की निशा की शादी दोहरीघाट के गोंठा गांव के आनंद मौर्या से मई 2021 में हुई थी। शादी के कुछ समय बाद वह अपने पति के साथ मुंबई चली गई थी। लेकिन, छह महीने पहले उसकी जिंदगी ने एक नया मोड़ लिया, जब पति ने कथित तौर पर उसे बुरी तरह पीटकर घर से निकाल दिया। पड़ोसियों की मदद से निशा का इलाज करवाया गया और वह मायके लौट आई। इसके बाद, रिश्तों को सुधारने की कोशिश में वह फिर से ससुराल चली गई।

बीते छह दिसंबर को, निशा ने दोहरीघाट के एक निजी अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया। लेकिन, प्रसव के तुरंत बाद उसकी हालत बिगड़ने लगी। उसे गोरखपुर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ससुराल वालों ने मुंबई में काम कर रहे पति आनंद मौर्या को सूचना दी और शव घर लाकर रख दिया।

पति के इंतजार में शव तीन दिन तक घर पर रखा गया

पति के आने के इंतजार में शव तीन दिनों तक घर पर रखा रहा। सोमवार की सुबह जब आनंद घर पहुंचा और दाह संस्कार की तैयारी शुरू हुई, तो अचानक मृतका के भाई संतोष मौर्या ने पुलिस को बहन की हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दे दी।

पुलिस ने कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा और मामले की जांच शुरू कर दी। नायब तहसीलदार निशांत मिश्रा, कानूनगो अरविंद पांडेय, थाना प्रभारी प्रमेन्द्र कुमार सिंह और ग्राम प्रधान रामजनम गुप्ता ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया।

हत्या या लापरवाही?

अब सवाल यह है कि क्या निशा की मौत प्रसव से संबंधित जटिलताओं के कारण हुई, या इसके पीछे दहेज और घरेलू हिंसा की कोई साजिश छिपी है? पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के आधार पर ही इस रहस्य से पर्दा उठा सकेगी।

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