
प्रतापगढ़: सांसद संगमलाल गुप्ता ने पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भेजा है। इस पत्र के जरिए लखनऊ का नाम बदलने और इसे लक्ष्मणपुर करने की मांग की गई है। पत्र में लिखा है कि अब देश अमृत कालखंड में प्रवेश कर चुका है। गुलामी और विलासिता के प्रतीक लखनऊ का नाम परिवर्तित कर भारत के शानदार सांस्कृतिक विरासत, गौरव, समृद्धि, मर्यादा और पौरुष के प्रतीक लखनपुर या लक्ष्मणपुर करना चाहिए। इस पत्र को उनके द्वारा ट्विटर हैंडल पर भी पोस्ट किया गया। कई लोगों के द्वारा उनकी इस मांग का समर्थन भी किया जा रहा है।
पुरानी मान्यताओं का भी किया गया जिक्र
पत्र में बताया गया कि मान्यता के अनुसार लखनऊ को त्रेता युग में भगवान श्रीराम ने लक्ष्मण जी को भेंट दिया था। इसी के चलते इसका नाम लखनपुर और लक्ष्मणपुर रखा गया था। हालांकि 18वीं सदी में नवाब आसफुद्दौला ने इसका नाम बदलकर लखनऊ कर दिया। उसी के बाद से यह नाम चला आ रहा है। उन्होंने आगे लिखा कि अमृत कालखंड में भी लखनऊ के नवाबों की विलासिता और निकम्मेपन की कहानियां सुनाकर गुलामी का संकेत देना बिल्कुल भी अनुचित प्रतीत होता है। निकम्मेपन और विलासितापूर्ण जीवनशैली के कारण ही लार्ड डलहौजी ने अवध का अधिग्रहण कर ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया था। नवाब वाजिद अली शाह ने ब्रिटिश अधीनता स्वीकार कर ली थी।
गाजीपुर का नाम बदलने के लिए भी लिखा गया पत्र
वहीं ओम प्रकाश राजभर ने भी सीएम योगी को एक चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी के जरिए गाजीपुर का नाम बदलने की मांग की गई है। ओम प्रकाश राजभर ने अपने पत्र में लिखा कि गाजीपुर के पौराणिक महत्व में ब्रह्मर्षि विश्वामित्र की अद्वितीय भूमिका का उल्लेख है। लिहाजा गाजीपुर का नाम बदलकर विश्वामित्र नगर किया जाए। आपको बता दें कि ओम प्रकाश राजभर ने यह मांग पूर्व में भी की थी। एक बार फिर इसी को लेकर पत्र लिखा गया है।
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