“हम इस दुनिया को छोड़ रहे हैं, माफ करना”: बेटे संग सुसाइड से पहले पत्नी का पति के नाम चौंकाने वाला नोट

Published : Sep 14, 2025, 05:52 PM IST
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सार

Ace City Society Tragedy: नोएडा में 13वीं मंज़िल से मां और दिव्यांग बेटे की मौत ने इलाके में सनसनी फैला दी। सुसाइड नोट में लिखा “अब आपको परेशान नहीं करेंगे।” क्या यह मानसिक दबाव की त्रासदी है या कुछ और? जाँच जारी है।

Noida Mother Son Suicide: UP के ग्रेटी नोयडा अंतर्गत बिसरख थाना क्षेत्र के ऐस सिटी सोसाइटी में रविवार की सुबह एक दुखद घटना ने सभी को सदमा दिया।  37 वर्षीय साक्षी चावला और उनके दिव्यांग 11 वर्षीय बेटे दक्ष चावला ने 13वीं मंज़िल से कूदकर अपनी जान दे दी। घटना के समय निवासियों ने ज़ोरदार चीख सुनी और तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने परिवार के फ्लैट से एक सुसाइड नोट बरामद किया, जिसमें पति दर्पण चावला के लिए लिखा था, “हम अब आपको परेशान नहीं करना चाहते।” जांचकर्ताओं ने बताया कि बेटा मानसिक रूप से अस्थिर था और नियमित दवाइयों पर निर्भर था। कई डॉक्टरों और गुरुद्वारों में प्रार्थना के बावजूद उसकी हालत में कोई सुधार नहीं हुआ।

सस्पेंसफुल घटनाक्रम: सुबह के 10 बजे का डरावना पल

सुबह करीब 10 बजे निवासियों ने ज़ोरदार चीख सुनी। जब लोग बाहर आए, तो उन्होंने देखा कि साक्षी और उनका बेटा खून से लथपथ पड़े हैं। बिसरख थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया।

 

 

 

सुसाइड नोट ने उठाया रहस्य से परदा

पुलिस को परिवार के फ्लैट में सुसाइड नोट मिला, जो साक्षी के पति दर्पण चावला के नाम लिखा था। नोट में लिखा था: "हम इस दुनिया को छोड़ रहे हैं, माफ़ करना। हम अब आपको परेशान नहीं करना चाहते। हमारी मौजूदगी से अपनी ज़िंदगी बर्बाद मत करना। हमारी मौत के लिए कोई ज़िम्मेदार नहीं है।"

मानसिक स्वास्थ्य और परिवार की परेशानियां

जांचकर्ताओं ने बताया कि बेटा लंबे समय से मानसिक रूप से बीमार था और दवाइयों पर निर्भर था। कई डॉक्टरों से इलाज के बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ। पड़ोसियों ने बताया कि साक्षी अक्सर तनाव और चिंता में रहती थी। शनिवार सुबह, दर्पण ने बेटे को दवा दी और कुछ ही समय बाद, साक्षी और बेटा बालकनी से गिर गए।

पड़ोसियों की प्रतिक्रिया और समाज में असर

चावला परिवार मूल रूप से उत्तराखंड के गढ़ी नेगी गाँव का रहने वाला था। पड़ोसी उन्हें शांत और सम्मानजनक परिवार बताते हैं। इस घटना ने पूरे सोसाइटी में शोक और सदमा पैदा कर दिया।

पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई

एडीसीपी सेंट्रल नोएडा शाव्या गोयल ने पुष्टि की कि शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया और जांच जारी है। पुलिस हर पहलू से मामले की पड़ताल कर रही है, ताकि वास्तविक कारण सामने आ सके।

Disclaimer: आत्महत्या किसी समस्या का हल नहीं है। अगर आपके मन में भी सुसाइड या खुद को चोट पहुंचाने जैसे ख्याल आ रहे हैं तो आप फौरन घर-परिवार, दोस्तों और साइकेट्रिस्ट की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा आप इन हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके भी मदद मांग सकते हैं। आसरा (मुंबई) 022-27546669, सुमैत्री (दिल्ली) 011-23389090, रोशनी (हैदराबाद) 040-66202000, लाइफलाइन 033-64643267 (कोलकाता)। स्पंदन (मध्य प्रदेश) 9630899002, 7389366696, संजीवनी: 0761-2626622, TeleMANAS 1-8008914416/14416, जीवन आधार: 1800-233-1250. मानसिक तनाव होने पर काउंसलिंग के लिए हेल्पलाइन नंबर 14416 और 1800 8914416 पर संपर्क कर घर बैठे मदद पा सकते हैं।

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