उत्तर प्रदेश के औरैया जिले से स्वास्थ्य सेवाओं की बदतर हालत बयां करने वाली तस्वीर सामने आई है। जहां एक बेबस भाई को बहन की मौत के बाद शव को ले जाने के लिए कोई सरकारी वाहन नहीं मिला तो वह शव को पीठ पर बांधकर बाइक से घर लेकर गया।
औरैया. उत्तर प्रदेश के औरैया जिल से दिल को झकझोर देने वाली तस्वीर सामने आई है। जहां एक बेबस भाई अपनी बहन की मौत के बाद शव को ले जाने के लिए कोई सरकारी वाहन नहीं मिला तो वह शव को पीठ पर बांधकर बाइक से घर लेकर गया। यह दर्दनाक तस्वीर जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की बदतर हालत बयां करती है।
बहन की चुनरी से पीट पर बांधा शव और घर के लिए निकल पड़ा
दरअसल, यह शर्मनाक तस्वीरऔरैया जिले की सीएचसी अस्पताल की है। जहां नवीन बस्ती पश्चिमी निवासी प्रबल प्रताप सिंह की बेटी अंजलि (20) गर्म पानी करने वाली इलेक्ट्रानिक रॉड को छू लेने की वजह से बेसुध हो गई थी। आनन फानन में उसे अस्पताल लाया गया। लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन शव घर ले जाने के लिए अस्पताल से शव वाहन के लिए गुहार लगाते रहे, लेकिन कोई साधन नहीं मिला। तो मृतका के भाई ने शव को बाइक पर रखा और चुनरी से बांधकर घर के लिए निकल पड़ा।
अस्पताल अधीकर ने कहा-परिवार ने नहीं मांगा कोई शव
वहीं इस मामले में सीएचसी अधीक्षक का कहना है कि पीड़ित परिवार के किसी भी सदस्य ने वाहन नहीं मांगा था। अगर वह विभाग में किसी से आकर शव ले जाने के वाहन मांगते तो उन्हें जरूर दिया जाता। अस्पताल में वाहन उपलब्ध नहीं होता तो 100 शैया अस्पताल से मंगाकर कर शव घर भेजा जाता है। विभाग को इसकी कोई जानकारी नहीं है कि मृतका का शव बाइक के द्वारा घर ले जाया गया है।