यूपी के जिले बरेली जेल में बंद अशरफ का साला सद्दाम पर पुलिस ने 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपए इनाम की राशि कर दी है। इसके साथ ही एसआईटी की टीम प्रयागराज में तीनों तक कई तरह के रिकॉर्ड जुटाए हैं। उसके बाद शुक्रवार की टीम वापस बरेली चली गई।
बरेली: उत्तर प्रदेश के जिले बरेली जेल में बंद उमेश पाल हत्याकांड के आरोपी अशरफ का साला सद्दाम खुशबू एन्क्लेव में रहकर मदद करता था। इतना ही नहीं प्रयागराज से आने वाले माफिया भी उसी के पास आकर रुकते थे। पुलिस ने इस मामले में बारादरी और बिथरी चैनपुर थाने में मुकदमा दर्ज किए गए थे। जिसमें से लल्ला गद्दी, जेल आरक्षी शिवहरि व मनोज गौड समेत कई लोग गिरफ्तार भी हो चुके हैं। फिलहाल इस मुकदमे का मुख्य आरोपी सद्दाम अभी भी वांछित चल रहा है। इसी कारणवश एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने एक महीने पहले उस पर 25 हजार रुपए इनाम घोषित किया था। फिर उसके बाद आईजी राकेश सिंह ने इनाम राशि को 50 हजार कर दिया था। अब एडीजी पीसी मीना ने सद्दाम पर 50 से एक लाख रुपए कर दिया गया है।
सद्दाम के अन्य भाइयों पर शिकंजा कसने की चल रही तैयारी
राज्य के बरेली जिले में अशरफ और सद्दाम से जुड़े मुकदमे की विवेचना कर रही एसआईटी तीन दिनों से प्रयागराज में थी। वहां सीओ आशीष प्रताप सिंह के नेतृत्व में प्रयागराज गई एसआईटी की टीम ने अशरफ, असद समेत अन्य शूटरों की मौत का रिकॉर्ड जुटाया है। इसके अलावा पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों व रिपोर्ट लिखने वाले पुलिसकर्मियों के बयान भी दर्ज किए हैं। साथ ही सद्दाम के पूरामुफ्ती स्थिति घर पर जाकर भी एसआईटी टीम ने संपत्ति से संबंधित जानकारी भी जुटाई है। उसके बाद शुक्रवार की शाम टीम प्रयागराज से बरेली लौट आई। दूसरी ओर प्रयागराज पुलिस सद्दाम के दो भाइयों पर भी शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।
नहीं मिलने पर कोर्ट से कुर्की की अनुमति लेकर करेगी कार्रवाई
आरोपी सद्दाम के दूसरे राज्यों में छिपे होने की आशंका है। ऐसा अंदाजा लगाया जा रहा है कि सद्दाम महाराष्ट्र, दिल्ली या हरियाणा में छिपा हो सकता है। फिलहाल वह मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहा है लेकिन उसके नजदीकियों के नंबरों को सर्विलांस पर लगाकर उसकी तलाश की जा रही है। पिछले दिनों उसकी लोकेशन कर्नाटक मिली थी क्योंकि नजदीकियों के नंबर पर सर्विलांस पर थे। वहीं एसपी सिटी राहुल भाटी का कहना है कि सद्दाम की तलाश की जा रही है। उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट भी जारी हो चुका है। उन्होंने आगे बताया कि अगर वह जल्द नहीं मिलता है तो कोर्ट से 82 और फिर कुर्की की अनुमति लेकर पुलिस कार्रवाई करेगी।