अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के लिए नैनी जेल में पहले घर जैसा माहौल रहता था। यहां तमाम सुविधाएं उसे नियमों को ताक पर रखकर उपलब्ध करवाई जाती थी। हालांकि इस बार जेल का माहौल बदला रहेगा।
प्रयागराज: तकरीबन 4 साल बाद माफिया अतीक अहमद नैनी सेंट्रल जेल में पहुंचा। हालांकि यह वही जेल में जिसमें अतीक कई बार पहले भी आ चुका है। कहा जाता है कि नैनी जेल अतीक अहमद के लिए दूसरे घर की तरह ही है। बीते चार दशक में कई बार गिरफ्तार कर यहां पर लाया जा चुका है।
कई बार नैनी जेल में जा चुका है अतीक
बताया जा रहा है कि पहले भले ही अतीक अहमद के लिए नैनी जेल घर की तरह से रही हो लेकिन इस बार माहौल बदल चुका है। इस बार शासन स्तर पर बेहद सख्ती है। 1979 में हत्या के केस के बाद लंबे आपराधिक जीवन में उसे बार-बार गिरफ्तार किया गया और कोर्ट के आदेश पर नैनी जेल में रखा गया। लेकिन पूर्व में शासन-प्रशासन की मेहरबानी की चलते उसे जल्द ही जमानत मिल जाती थी और इस बीच वह जब जेल में भी रहता था तो उसकी मनमानी करता था।
अतीक के जेल जाते ही गुर्गों की भी हो जाती थी एंट्री
माफिया अतीक अहमद के नैनी जेल में पहुंचते ही उसके तमाम गुर्गे अपनी पुराने मामलों में जमानत तुड़वाकर या वारंट करवाकर जेल में भीतर पहुंच जाते थे। जेल में पहुंचकर वह सभी अतीक की सुरक्षा और आवभगत का काम करते थे। जेल के भीतर जेलकर्मियों से लेकर जेलर तक सभी अधिकारी अतीक के सामने हाथ जोड़कर खड़े रहते हैं और उसे भाई-भाई कहते थे। जेल में ही अतीक का दरबार लगता था और जो भी लोग अतीक से मिलना चाहते थे उनके लिए जेल के दरवाजे खुले रहते थे। अतीक के जेल में रहने के दौरान तमाम नियमों को ताक पर रख दिया जाता था। अतीक को जेल में रोकने-टोकने की हिम्मत कोई भी नहीं करता था। वहां घर का खाना आता था और घर की तरह ही तमाम सुविधाएं भी मिलती थीं।
2019 में आखिरी बार हुई थी नैनी जेल में एंट्री
बैरक में टीवी, फ्रिज, कूलर, मोबाइल जैसे तमाम इंतजाम जेल के भीतर रहते थे। वह जेल में होने के बावजूद जेल से ही अपना साम्राज्य चलाता था। जेल से आधी रात को भी आवाजाही होती रहती थी। अतीक के दम पर ही उसके गुर्गे भी जेल के भीतर मौज करते थे। यूपी में अतीक को 2019 में आखिरी बार देवरिया जेल कांड में नैनी जेल लाया गया था। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने जून 2019 में अतीक को नैनी जेल से साबरमती जेल में शिफ्ट किया गया था।