
प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज में गुरूवार की देर रात शहर के पॉश इलाके सिविल लाइंस में एक टीवी पत्रकार की चाकुओं से गोदकर नृशंस हत्या कर दी गई। सूचना के बाद हरकत में आई पुलिस ने एक हत्यारोपी का हॉफ एनकाउंटर कर गिरफ्तार कर लिया। उसके साथी की तलाश की जा रही है। पुलिस का कहना है कि एक दिन पहले ही पत्रकार का सिविल लाइंस में धरनास्थल के पास फल का ठेला लगाने को लेकर कुछ लोगों से विवाद हुआ था। मामले की जांच की जा रही है।
धूमनगंज थानांतर्गत मुंडेरा चुंगी के समीप स्थित शकुंतला कुंज कालोनी में रहने वाले लक्ष्मी नारायण सिंह उर्फ पप्पू मूलत: बलिया के रहने वाले थे। वह काफी दिनों से प्रयागराज में रह रहे थे। उनके चाचा अशोक सिंह इलाहाबाद हाईकोर्ट के जाने माने अधिवक्ता और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष हैं। एलएन सिंह उर्फ पप्पू सिंह (54) काफी दिनों से एक टीवी चैनल के लिए काम करते थे।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक गुरूवार की रात करीब 10.30 बजे वह सिविल लाइंस के जीएचएस रोड पर किसी काम से गए थे। वहीं पर उनका साहिल नाम के युवक से झगड़ा हो गया था। झगड़े के दौरान साहिल की तरफ से विशाल व अन्य लड़के आ गए। विवाद के दौरान मारपीट की स्थिति उत्पन्न हो गई। झगड़े के दौरान विशाल आदि ने लक्ष्मी नारायण सिंह पर चाकू से ताबड़तोड़ कई वार कर दिया। जिससे वह लहुलूहान होकर वहीं गिर गए। उनके गिरते ही हमलावर भाग निकले। सूचना मिलते ही सिविल लाइंस पुलिस मौके पर पहुंची।
घायल लक्ष्मी नारायण सिंह को तत्काल एसआरएन अस्पताल ले जाया गया। जहां इलाज के दौरान करीब एक घंटे बाद उनकी मौत हो गई। पता चलने पर परिवार के लोग भी मौके पर पहुंचे। पत्रकार और हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष अशोक सिंह के भतीजे की हत्या की सूचना से पुलिस महकमे में खलबली मच गई। मौके पर डीसीपी मनीष शांडिल्य, एडिशनल सीपी डा. अजय पाल शर्मा सहित अन्य पुलिस अफसर एसआरएन अस्पताल पहुंचे।
एडिशनल सीपी डा. अजय पाल शर्मा एसआरएन अस्पताल से सीधे घटनास्थल पर गए। वहां जांच पड़ताल के बाद उन्होंने हमलावरों की घेरेबंदी कराई। घेरेबंदी के दौरान एक हमलावर पुलिस के घेरे में आ गया। जो बचकर भागने की फिराक में पुलिस टीम पर फायरिंग करने लगा। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में बदमाश के पैर में गोली लगी और वह घायल हो गया। पुलिस के अनुसार घायल की पहचान विशाल के रूप में हुई है। उसे इलाज के लिए एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
वरिष्ठ अधिवक्ता अशोक सिंह ने बताया कि पप्पू ने रात में फोन करके कहा था कि, चाचा मुझे बचा लीजिए, मैने अपने जूनियर वकील और इंस्पेक्टर सिविल लाइंस रामाश्रय यादव को सूचना दी। हम मौके पर पहुंचे तो एलएन सिंह खून से लतपथ पड़ा था। उसके शरीर पर दो दर्जन से ज्यादा चाकू के वार साफ दिख रहे थे। आतें बाहर आ गईं थीं। अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। बुधवार को हमलावरों से पत्रकार एलएन सिंह का विवाद हुआ था। गुरूवार को उसी विवाद में उनकी हत्या कर दी गई।
एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस डा. अजय पाल शर्मा ने बताया कि क्राइम सीन से मिले सबूतों और चश्मदीदों के बयानों से पता चला है कि एलएन सिंह पर विशाल ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर हमला किया था। विशाल ने खुल्दाबाद के मछली बाज़ार से एक चाकू खरीदा था, जिसका इस्तेमाल बाद में उसने एलएन सिंह पर हमला करने के लिए किया । डा. शर्मा ने बताया कि क्राइम सीन के पास देर रात हुए एनकाउंटर में आरोपी के पैरों में तीन गोलियां लगीं और वह घायल हो गया। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।हत्या में शामिल एक और आरोपी का पता लगाने की कोशिश की जा रही है, जबकि दो अन्य संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। शुरुआती जांच से पता चलता है कि आरोपी और मृतक के बीच कुछ दिन पहले झगड़ा हुआ था।
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