भाजपा नेता बृजभूषण शरण सिंह ने भाषा विवाद को लेकर कहा कि भाषा जोड़ने का काम करती है, तोड़ने का नहीं. मैं राज ठाकरे से कहना चाहता हूं कि आपके कामों से महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश या उत्तर भारतीयों का रिश्ता टूटने वाला नहीं है. आप शायद पढ़ते-लिखते नहीं हैं. जब औरंगज़ेब ने छत्रपति शिवाजी महाराज को कैद किया था, तो आगरा के हमारे व्यापारियों ने उन्हें कैद से छुड़ाने का बीड़ा उठाया था. मैंने कहा था कि मैं उन्हें अयोध्या नहीं आने दूंगा, और वो नहीं आए. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि उन्हें भाषा, संप्रदाय, जाति और धर्म के आधार पर राजनीति नहीं करनी चाहिए.