पीएम मोदी ने जोड़े हाथ, राम मंदिर के 191 फीट शिखर पर लहराया केसरिया ध्वज

Published : Nov 25, 2025, 01:23 PM IST

अयोध्या के राम मंदिर के 191 फीट ऊंचे शिखर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केसरिया ध्वज फहराया। शुभ अभिजीत मुहूर्त में हुए इस ऐतिहासिक ध्वजारोहण के दौरान साधु-संतों और श्रद्धालुओं ने इसे सदियों का सबसे पावन क्षण बताया।

PREV
17
पीएम मोदी ने फहराया 22 फुट का केसरिया ध्वज, अयोध्या में इतिहास रचा!

सदियों की तपस्या, आस्था और संघर्ष आज अपने चरम क्षण पर पहुंच गए। अयोध्या ने वह दृश्य देखा जिसे करोड़ों हिंदुओं ने पीढ़ियों तक सपनों में संजोया था। शुभ मुहूर्त में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के 191 फीट ऊंचे शिखर पर केसरिया धर्म ध्वज फहराकर मंदिर निर्माण की औपचारिक पूर्णता को दुनिया के सामने घोषित कर दिया। मंदिर परिसर में गूंजते जय श्री राम के उद्घोष ने माहौल को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। यह दृश्य इतना भव्य था कि वहां मौजूद संतों, श्रद्धालुओं और विशिष्ट अतिथियों की आंखें नम हो उठीं।

27
धर्म ध्वजा फहरने का पावन क्षण: अभिजीत मुहूर्त में संपन्न हुआ आयोजन

यह समारोह मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी और श्रीराम-सीता विवाह पंचमी के अभिजीत मुहूर्त में संपन्न हुआ। भगवा ध्वज 22 फीट लंबा और 11 फीट चौड़ा है। इस पर भगवान राम की पराक्रम-शक्ति का प्रतीक तेजस्वी सूर्य, कोविदारा वृक्ष और 'ओम' अंकित है। तीन किलो वजनी इस ध्वज को प्रधानमंत्री ने रिमोट कंट्रोल के माध्यम से शिखर पर स्थापित किया, जिसके बाद मंदिर परिसर का वातावरण भक्तिभाव से भर उठा।

37
पूरी अयोध्या में जगा उत्सव: महीनों की तैयारी का आज मिला परिणाम

ध्वजारोहण को लेकर अयोध्या में पिछले एक महीने से विशेष तैयारियां चल रही थीं। आज सुबह से ही गलियों, घाटों और मंदिरों में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। विशेष पूजा-अर्चना, भजन और वैदिक मंत्रोच्चार की गूंज पूरे शहर में सुनाई देती रही।

47
संतों की भावनाओं का सैलाब: "ऐसा क्षण जीवन में एक बार आता है"

देशभर से अयोध्या पहुंचे साधु-संत इस अवसर को ऐतिहासिक बताते हुए भावुक नजर आए। “यह घोर तपस्या के बाद प्राप्त हुआ पुण्य फल” – स्वामी नरोत्तमानंद गिरि

रायबरेली के डलमऊ से आए स्वामी नरोत्तमानंद गिरि ने कहा, “यह दिन हमारे जीवन का सबसे सौभाग्यशाली क्षण है। यह घोर तपस्या और संघर्ष के बाद आया है। यहां उपस्थित होना मेरे लिए परमानंद का अनुभव है।”

57
राम मंदिर आंदोलन के प्रणेता भावुक हुए: 95 वर्षीय संत देवेंद्रानंद गिरि का सपना आज पूरा हुआ

मंदिर आंदोलन के शुरुआती दौर से जुड़े 95 वर्षीय संत देवेंद्रानंद गिरि की आंखें नम हो गईं। उन्होंने कहा, "मैंने कभी नहीं सोचा था कि अपनी आंखों से इस रूप में राम मंदिर को देख पाऊंगा। इस उम्र में यह दृश्य देखना ईश्वर का वरदान है।"

67
चार दिनों से जारी था विशेष वैदिक अनुष्ठान, देशभर से आए विद्वान शामिल

ध्वजारोहण से पहले मंदिर के गर्भगृह और अन्य स्थलों पर चार दिनों से लगातार अनुष्ठान हो रहे थे। देशभर से आए वैदिक विद्वान और स्थानीय पुरोहित विशेष मंत्रोच्चार के साथ पूजन में शामिल हुए।

77
पीएम मोदी का आस्था मार्ग: सप्तमंदिर, शेषावतार और अन्नपूर्णा मंदिर में मत्था टेककर शुरू हुआ दिन

ध्वजारोहण से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सुबह 10 बजे सप्तमंदिर पहुंचे और महर्षि वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, वाल्मीकि, देवी अहिल्या, निषादराज गुहा और माता शबरी के मंदिरों में दर्शन किए। इसके बाद वे शेषावतार मंदिर और माता अन्नपूर्णा मंदिर भी पहुंचे, जहां उन्होंने विधिवत पूजा-अर्चना की।

ध्वज का भगवा रंग त्याग, तपस्या और भक्ति का प्रतीक है। तीखे तिकोने आकार का यह ध्वज आध्यात्मिक ऊर्जा और पराक्रम का संदेश देता है। मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, यह ध्वज भगवान राम की समग्र तेजस्विता, मर्यादा और धर्म के मार्ग का प्रतिनिधित्व करता है।

Read more Photos on

Recommended Stories