राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद आने वाले दिनों में अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा होगा। दक्षिण भारत के राज्यों के लोगों की सुविधा को देखते हुए जिला प्रशासन ने सड़कों पर तमिल, तेलुगू भाषा में भी संकेतक लगाने का निर्णय लिया है।
अयोध्या। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के बाद देश भर के श्रद्धालु रामनगरी में आएंगे। उनमें दक्षिण भारत के तीर्थ यात्री भी शामिल होंगे। उन्हें भाषाई दिक्कतों की वजह से दर्शनीय स्थलों तक पहुंचने में परेशानी का सामना न करना पड़े। यह देखते हुए अयोध्या की सड़कों पर तमिल, तेलगू में भी संकेतक लगाए जाएंगे। एडीजी जोन पीयूष मोर्डिया ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मंदिरों के दर्शन पूजन के लिए रास्तों पर अलग-अलग भाषाओं में निर्देश पट्टिकाए लगाई जाएंगी।
मंदिर तक जाने वाले रास्तों को किया जा रहा चिन्हित
उन्होंने बताया कि देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। जिससे श्रद्धालुओं को मंदिर तक जाने में असुविधा न हो। प्रमुख मंदिरों की तरफ जाने वाले मार्गों को चिन्हित किया जा रहा है। श्रद्धालु उन रास्तों से मंदिर तक जा सकेंगे। पैदल मार्गों पर वाहनों को जाने से रोका जाएगा। इसके अलावा जिन मार्गों पर वाहनों के जाने की आवश्यक्ता है, तय किया जा रहा है कि उन मार्गों पर वाहन इस प्रकार चलें कि श्रद्धालुओं का आवागमन बाधित न हो। सड़कों की जरुरत के अनुसार योजना बनाई जा रही है। कुछ सड़कों पर ई-रिक्शा बैन किया जा सकता है।
सीएम योगी कल अयोध्या में, हनुमानगढ़ी व रामलला के करेंगे दर्शन-पूजन
उधर, सीएम योगी आदित्यनाथ मंगलवार को राम मंदिर निर्माण की प्रगति और विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करने अयोध्या पहुंच रहे हैं। साढ़े चार घंटे के कार्यक्रम में सीएम योगी हनुमानगढ़ी और श्रीराम जन्मभूमि परिसर में रामलला के दर्शन-पूजन करेंगे। फिर सर्किट हाउस में दोपहर करीब 1:30 बजे कानून-व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। संतो से मिलने के बाद लखनऊ के लिए निकलेंगे। आपको बता दें कि सीएम योगी का दिसम्बर के महीने में दूसरी बार अयोध्या आगमन हो रहा है। इसके पहले वह केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया व बीके सिंह के साथ श्रीराम अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निरीक्षण करने आए थे।