Subrata Roy death: सहाराश्री का पार्थिव शरीर पहुंचा सहारा शहर, आम से खास तक देने पहुंचे श्रद्धांजलि See Pics
सहारा ग्रुप के संस्थापक सुब्रत राय का मंगलवार को मुंबई के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। सहाराश्री 75 साल के थे। बुधवार को पार्थिव शरीर लखनऊ उनके आवास पर पहुंचा। गोमतीनगर के सहारा शहर आवास पर देर रात तक श्रद्धांजलि देने वालों का तांता लगा रहा।
सहारा शहर में रखे गए सुब्रत राय के पार्थिव शरीर को श्रद्धांजलि देने वालों में आम से लेकर खास तक शामिल रहे।
पूर्व सीएम अखिलेश यादव, राज्य के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक, सपा महासचिव शिवपाल यादव सहित तमाम राजनैतिक व विभिन्न क्षेत्रों से जुड़ी हस्तियां पहुंचकर उनको श्रद्धासुमन अर्पित की।
गुरुवार को सहाराश्री सुब्रत राय का अंतिम संस्कार होगा। सुब्रत राय सहारा लंबे समय से बीमारी से जूझ रहे थे।
सहाराश्री को कोकिला बेन धीरुभाई अंबानी हास्पिटल एंड मेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट में खराब स्वास्थ्य की वजह से भर्ती कराया गया था। 14 नवम्बर को रात साढ़े दस बजे उन्होंने अंतिम सांस ली थी।
सुब्रत राय की मौत कार्डियोरेस्पीरेटरी अरेस्ट की वजह से हुई। सुब्रत राय, सहारा इंडिया ग्रुप के मैनेजिंग वर्कर और चेयरमैन थे।
सुब्रत रॉय के परिवार में पत्नी स्वप्ना रॉय और दो बेटे सुशांतो रॉय और सीमांतो रॉय हैं। सभी विदेश में रहते हैं।
सहारा इंडिया परिवार के संस्थापक सुब्रत राय सहारा का जन्म बिहार के अररिया में 1948 में हुआ था।
सहारा इंडिया परिवार को उन्होंने 1978 में शुरू किया था। सहारा ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि केवल 2,000 रुपये की पूंजी से शुरुआत करने वाली कंपनी ने उद्यमिता में अग्रणी बनने के लिए एक लंबा सफर तय किया है।
सहारा ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि केवल 2,000 रुपये की पूंजी से शुरुआत करने वाली कंपनी ने उद्यमिता में अग्रणी बनने के लिए एक लंबा सफर तय किया है।
बिहार के अररिया से सहाराश्री का परिवार यूपी के गोरखपुर में शिफ्ट हो गया था।
सहारा के सफलता की कहानी यूपी के गोरखपुर से ही शुरू हुई थी। हालांकि, सहारा इंडिया ग्रुप को विस्तार देने के लिए बाद में सहाराश्री 1990 के दशक में लखनऊ चले गए।
लखनऊ में ही उन्होंने सहारा ग्रुप का मुख्यालय बनाया।