उमेश पाल हत्याकांड मामले में गनर की कारबाइन के कारतूस गायब होने की बात सामने आई है। हत्याकांड के बाद गनर की कारबाइन सड़क पर पड़ी थी और मैगजीन से 10 कारतूस गायब थे।
प्रयागराज: उमेश पाल के साथ में मारे गए दो गनर में से एक की कारबाइन से कारतूस गायब होने की बात सामने आई है। कारबाइन की मैगजीन से 10 कारतूस गायब मिले थें। घटना के बाद सामने आए सीसीटीवी वीडियो में दिखाई देता है कि उमेश पर गली में घुसकर गोलियां बरसाने के बाद निकला शूटर गुलाम असद से टकराकर गिर जाता है। इस बीच वह कार के बगल में पड़ी गनर राघवेंद्र की कारबाइन भी उठा लेता है। जिसके बाद यह भी कहा गया था कि कारबाइन गायब है। हालांकि बाद में पुलिस ने बताया कि कारबाइन सड़क पर ही मिल गई थी।
गायब कारतूस के मैगजीन से छिटकने की जताई जा रही आशंका
हालांकि पड़ताल में पता लगा है कि कारबाइन की मैगजीन से 10 कारतूस गायब थे। यह कारतूस प्रतिबंधित प्वाइंट नाइम एमएम बोर के हैं। इन कारतूसों के गायब होने के बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि शूटर गुलाम ने जब कारबाइन उठाकर फेंकी तो उससे मैगजीन अलग हो गई। इसी बीच कारतूस भी स्प्रिंग से निकलकर कहीं छिटक गए। वहीं दूसरी ओर यह भी आशंका जताई जा रही है कि गुलाम ने कारतूस निकालकर जेब में रख लिया जो कि वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद न हुआ। हालांकि धूमनगंज थाना प्रभारी राजेश मौर्य का कहना है कि कारबाइन से गायब कारतूस सड़क पर ही छिटक गए हैं यह अंदेशा है।
गाड़ी से उतरते ही कर दिया गया था हमला
आपको बता दें कि 24 फरवरी की शाम को तकरीबन पौने पांच बजे जिला सुलेमसराय जयंतीपुर स्थित आवास के सामने जीटी रोड पर कार से उतरते समय अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या कर दी गई थी। इस दौरान उनके दोनों गनर पर भी गोली और बम से हमला किया गया था जिसमें दोनों गनर की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। हत्याकांड के बाद पुलिस ने मामले में दो आरोपियों को एनकाउंटर के दौरान ढेर कर दिया था। हालांकि अन्य आरोपियों की तलाश में लगातार दबिश दी जा रही है।