पूर्व विधायक राजूपाल हत्याकांड केस के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या कर दी गई। इस मामले में पुलिस ने अतीक के दो नाबालिग बेटों और उसके दोस्त को हिरासत में लिया है। वहीं उमेश के परिवार ने भी अतीक और उसके भाई पर हत्या का आरोप लगाया है।
प्रयागराज: बसपा के पूर्व विधायक रहे राजूपाल हत्याकांड केस के मुख्य गवाह उमेश पाल की शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई। उनकी सुरक्षा में लगे एक गनर संदीप मिश्रा की इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं दूसरे गनर का इलाज जारी है। इस वारदात को तब अंजाम दिया गया जब उमेश गवाही देकर घर वापस लौटे थे। कार से उतरते ही हमलावरों ने उनपर फायरिंग शुरूकर दी। जब उमेश अपनी जान बचाने के लिए घर की ओर दौड़े तो हमलावरों ने बम से धमाका कर दिया। फिलहाल पुलिस ने इस वारदात में बाहुबली अतीक अहमद के 2 नाबालिग बेटों और उसके 1 नाबालिग दोस्त को हिरासत में लिया है। वहीं उनकी पत्नी से भी पूछताछ की गई है।
पूर्वांचल के शूटरों की तलाश जारी
प्राप्त जानकारी के अनुसार, प्रयागराज पुलिस को शक है कि इस हमले में पूर्वांचल के शूटरों का हाथ है। हमलावरों को जल्द पकड़ने के लिए प्रयागराज, लखनऊ, गोरखपुर और वाराणसी की स्पेशल टॉस्क फोर्स टीम लगाई गई है। बता दें कि हमले के बाद उमेश पाल के घर पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। आज यानि की शनिवार को मृतक उमेश पाल का अंतिम संस्कार किया जाएगा। हमले की पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। इसके अलावा पुलिस ने अतीक के दोनों नाबालिग बेटों और उसके दोस्त की कॉल डिटेल खंगाल रही है। साथ ही CCTV फुटेज की मदद से हमलावरों की पहचान कराने का प्रयास किया जा रहा है।
परिजनों ने माफिया अतीक पर लगाए आरोप
इस सनसनीखेज वारदात के बाद पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा और डीएम संजय खत्री धूमनगंज थाने में मौजूद रहे। उमेश पाल पर 4-5 हमलावरों ने गोलियां बरसाई थीं। वहीं मृतक उमेश पाल के परिजनों ने सीधे तौर पर अतीक अहमद, मोहम्मद अशरफ के साथ दिलीप पासी पर इस हत्याकांड को अंजाम देने का आरोप लगाया है। वहीं इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 2 महीने के अंदर मामले को निस्तारित करने का आदेश कर रखा था। सभी पक्षों के बयान दर्ज करके CBI भी अपनी रिपोर्ट कोर्ट को सौंप चुकी है। इस मामले पर अब फैसला आना बाकी है। इससे पहले भी कई बार उमेश पाल को जान से मारने की धमकी मिल चुकी थी।