
Akhilesh Yadav vs Yogi Adityanath : उत्तर प्रदेश विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी (SP) पर जमकर हमला बोला। उन्होंने सपा को ‘दोहरे चरित्र वाली पार्टी’ बताते हुए कहा कि अन्य भाषाओं की तुलना में उर्दू को ज्यादा महत्व दिया जाता है। अब इस बयान पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पलटवार किया है। अखिलेश ने कहा, "मौलाना बनना भी अच्छा है और योगी बनना भी, लेकिन खराब योगी बनना ठीक नहीं है।"
अखिलेश यादव ने अपनी सरकार के कार्यकाल को लेकर कहा कि समाजवादी पार्टी ने छात्रों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए लैपटॉप बांटे थे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा, "मुख्यमंत्री के क्षेत्र में भी 200 छात्रों को लैपटॉप मिला होगा। मैं गारंटी के साथ कह सकता हूं कि जो लैपटॉप मेरी सरकार ने दिया था, वह आज भी चल रहा होगा।"
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उन्होंने राज्य में पुलिस सुधार और टेक्नोलॉजी के उपयोग को लेकर भी अपनी बात रखी। अखिलेश ने कहा, "डायल 100 योजना टेक्नोलॉजी पर आधारित थी, जिसे हमारी सरकार ने शुरू किया था। हमने बेटियों के लिए कन्या योजना चलाई थी। हम किसी भाषा या पढ़ाई के खिलाफ नहीं हैं। हम टेक्नोलॉजी के समर्थक लोग हैं, लेकिन इस सरकार को खुद ही नहीं पता कि उन्हें किस दिशा में जाना है।"
2027 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से गठबंधन को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि "हम समाजवादी लोग हैं, इंडिया गठबंधन को मजबूत करेंगे और आगामी चुनाव में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ेंगे। हम तय करेंगे कि जिस सीट पर जिसके जीतने की संभावना मजबूत होगी, वहां गठबंधन किया जाएगा।"
अखिलेश ने कांग्रेस के साथ संबंधों को लेकर स्पष्ट किया कि "कोई खटपट नहीं है। अगर आप निष्पक्ष रूप से देखें तो हमारी पार्टी ने कांग्रेस की मदद की है।"
देश के बजट से मायूसी जताते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार से किसी बड़े बजट की उम्मीद करना बेकार है। उन्होंने कहा, “सारा पैसा कुंभ में लगा दिया गया। जब सब कुछ कुंभ में ही खर्च कर दिया जाएगा, तो किसानों और गरीबों को क्या मिलेगा?” उन्होंने तंज कसते हुए कहा, “आप क्या उम्मीद करते हो एक योगी से? सिर्फ झूठ बोलते हैं। वो क्या बजट देंगे? कुंभ में नहाने का पानी कैसा है, ये भी NGT (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) ने बता दिया है कि पानी नहाने लायक नहीं है।”
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