
लखनऊ की सर्द सुबह में राजनीति का तापमान अचानक बढ़ गया है. उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पद को लेकर महीनों से चल रही अटकलों के बीच अब एक नाम सबसे तेज उभरकर सामने आया है, साध्वी निरंजन ज्योति. एक साधारण-सी दिखने वाली मुलाकात ने राजनीति की बिसात बदल दी है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से उनकी भेंट के बाद चर्चाओं ने रफ्तार पकड़ ली है और माना जा रहा है कि पार्टी उन्हें ही प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंप सकती है.
उत्तर प्रदेश में भाजपा अध्यक्ष पद के लिए कई बड़े नामों की चर्चा चल रही थी. इनमें योगी सरकार के वरिष्ठ मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह और पूर्व सांसद रामशंकर कठेरिया को मजबूत दावेदार माना जा रहा था. लेकिन तभी सोशल मीडिया पर एक तस्वीर ने सारा समीकरण बदल दिया- साध्वी निरंजन ज्योति और जेपी नड्डा की मुलाकात.
राजनीतिक विशेषज्ञों का दावा है कि यह सिर्फ औपचारिक मुलाकात नहीं थी. इसके पीछे बड़े राजनीतिक संकेत छिपे हैं. जहां कई दिग्गज लंबे समय से पद की दावेदारी में लगे थे, वहीं साध्वी का नाम अचानक टॉप पर पहुंच जाना पार्टी की अंदरूनी रणनीति की ओर इशारा करता है.
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साध्वी निरंजन ज्योति ने खुद ही मुलाकात की तस्वीर पोस्ट की और बताया कि उन्होंने बिहार में मिली जीत पर जेपी नड्डा को शुभकामनाएं दीं. लेकिन राजनीतिक गलियारों की मानें तो यह मुलाकात इतनी साधारण नहीं थी. पार्टी सूत्र कहते हैं कि साध्वी को खुद बुलाया गया था, जो यह संकेत देता है कि भाजपा नेतृत्व अब किसी नए चेहरे पर दांव लगा सकता है.
सूत्रों के अनुसार, भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी उत्तर प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर चर्चा पूरी कर चुकी है. अब फैसला सिर्फ औपचारिक ऐलान का है. यह भी कहा जा रहा है कि जेपी नड्डा बहुत जल्द, शायद किसी भी समय प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा कर सकते हैं. और इस रेस में फिलहाल पहला नंबर साध्वी निरंजन ज्योति का ही बताया जा रहा है.
साध्वी निरंजन ज्योति एक प्रखर हिंदूवादी और जमीनी नेता मानी जाती हैं. उन्होंने बहुत पहले ही घर-परिवार और सामाजिक बंधनों से अलग होकर साध्वी जीवन अपना लिया था.
कुछ महत्वपूर्ण बातें:
उनकी यह पृष्ठभूमि उन्हें भाजपा के लिए एक मजबूत विकल्प बनाती है, खासकर तब जब पार्टी संगठनात्मक बदलाव और सामाजिक संतुलन दोनों को साधना चाहती है.
विशेषज्ञ मानते हैं कि साध्वी निरंजन ज्योति को अध्यक्ष बनाना भाजपा की एक रणनीतिक चाल हो सकती है:
आने वाले कुछ घंटे और दिनों में यह साफ हो जाएगा कि उत्तर प्रदेश भाजपा की कमान किसके हाथ में जाती है. लेकिन फिलहाल, सभी निगाहें साध्वी निरंजन ज्योति पर टिकी हैं, और यही संकेत मिल रहा है कि उनकी राजनीतिक यात्रा अब एक नए मुकाम पर पहुंचने वाली है.
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