
महाकुंभनगर, 06 जनवरी। महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 70 से अधिक जिलों की फोर्स तैनात कर दी गई है। इसके तहत 15 हजार सिविल पुलिस के जवान महाकुम्भनगर के चप्पे चप्पे पर नजर रखेंगे। महिला श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 400 महिला सुरक्षा कर्मी भी तैनात की गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पुलिस लाइन में इन जवानों के रुकने और खाने पीने की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही पुलिस लाइन में ही शस्त्रागार के साथ भंडार गृह और गणना कार्यालय भी तैयार कर लिया गया है।
महाकुम्भ मेला के लिए विभिन्न जिलों से आए सुरक्षा कर्मियों के स्वास्थ्य का विशेष इंतजाम किया गया है। पुलिस लाइन की सेंट्रल कैंटीन में सुरक्षा कर्मियों की हाइजीन का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। जहां पर चाय कॉफी से लेकर स्वच्छ भोजन तक की पूरी व्यवस्था की गई है। पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक, महाकुम्भनगर विलास यादव ने बताया कि यहां पर आठ आठ घंटे की शिफ्ट में जवान काम कर रहे हैं। इस तरह से इनकी अलग अलग तीन तीन शिफ्ट लगाई जा रही हैं।
डिजिटल महाकुम्भ के दृष्टिगत मेले में तैनात सभी पुलिस कर्मियों का पूरा डेटा एक ऐप के माध्यम से सुरक्षित रखा गया है। ऐप के जरिए सुरक्षा कर्मी का चेहरा स्कैन करते ही पता चल जाता है कि उसका नाम क्या है और वह किस जनपद से भेजा गया है। इसके अतिरिक्त, सभी पुलिस कर्मियों की डिजिटल अटेंडेंस भी कराई जा रही है।
महाकुम्भ में श्रद्धालुओं के साथ साथ जवानों के भी स्वास्थ्य की देखरेख की व्यवस्था की जा रही है। यहां पुलिस लाइन में स्वास्थ्य व्यवस्था के तहत जवानों की देखरेख के लिए चिकित्सालय बनाया गया है। जिसमें बाकायदा तीन स्पेशलिस्ट डॉक्टर तैनात कर दिए गए हैं। हर 10 दिन पर जवानों के स्वास्थ्य की जांच करने के लिए शिविर भी लगाए जा रहे हैं। इसके साथ ही साथ इस अस्पताल में जरूरी जांच की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी। वहीं, महाकुम्भ नगर के सेंट्रल हॉस्पिटल में भी यहां के सुरक्षा कर्मियों की जांच और उपचार की पूरी व्यवस्था की गई है।
महिलाओं के लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है। पुलिस लाइन में अलग से महिला पुलिस कॉलोनी बसाई गई है, जिसमें 400 महिला सुरक्षा कर्मियों को रोक गया है। इनके लिए मेस और कैंटीन की अलग से व्यवस्था है।
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