
प्रयागराज, 14 नवम्बर : महाकुंभ में पहली बार देशभर के टॉप 100 हस्तशिल्पी अपनी कला का प्रदर्शन करने जा रहे हैं। इसके तहत दुनिया के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन में डबल इंजन की सरकार देश की सबसे कीमती कलाकृतियों को प्रस्तुत करने जा रही है। इस प्रदर्शनी का ऑनलाइन लाइव टेलीकास्ट किए जाने की भी तैयारी है। संगम तीरे लगने वाली इस प्रदर्शनी में बनारसी साड़ी से लेकर प्रमुख दक्षिण भारतीय कलाकृतियों को शोकेस किया जाएगा। इसमें प्रयागराज के मूंज से बने उत्पाद विशेष रूप से आकर्षण का केंद्र होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश के तहत इस बार महाकुंभ को अद्भुत और अलौकिक बनाने की तैयारी चल रही है। सहायक निदेशक हस्तशिल्प सेवा केंद्र प्रयागराज तान्या बनर्जी ने बताया कि महाकुंभ में देश दुनिया के 45 करोड़ लोगों के सामने भारत के 100 प्रमुख शिल्पियों का अद्भुत प्रदर्शन किए जाने की तैयारी है। प्रदर्शनी में वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट प्रमुख आकर्षण का केंद्र होगा। यहां पर देश के विभिन्न राज्यों की कला का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा।
महाकुंभ की दिव्यता, भव्यता और नव्यता को देखते हुए पहली बार राष्ट्रीय स्तर पर यहां संगम किनारे इतना बड़ा आयोजन किया जा रहा है। देश दुनिया के 45 करोड़ से ज्यादा लोगों के महाकुंभ में पहुंचने का अनुमान है। जिसके तहत देश दुनिया के लोग विभिन्न राज्यों विशेषकर पूरब से लेकर पश्चिम तक और उत्तर से लेकर दक्षिण तक की शिल्प कला से परिचित हो सकें, इसके लिए आयोजन को व्यापक रूप दिया जा रहा है।
महाकुंभ के दौरान लाइव प्रदर्शनी में देशभर के शिल्पकारों की बनाई हुई कलाकृतियों की खरीद और बिक्री भी की जाएगी। इसके लिए बाकायदा अपनी वेबसाइट डेवलप की गई है। यह इंडिया हैंडमेड वेबसाइट दुनिया की बड़ी बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियों को टक्कर दे रही है। भारत ही नहीं देश-विदेश के लोग भी इस वेबसाइट पर जाकर हस्त शिल्प के सामान की खरीद और बिक्री दोनों कर सकते हैं।
महाकुंभ के दौरान हस्तशिल्प की प्रदर्शनी में बनारस के सॉफ्ट स्टोन से लेकर जम्मू कश्मीर की पशमीना शाल तक उपलब्ध रहेगी। इसके अलावा, प्रयागराज के मूंज क्राफ्ट, बांदा के सजर पत्थर, महोबा के गौरा पत्थर, झांसी के सॉफ्ट खिलौने, मध्य प्रदेश की चंदेरी साड़ियां और काशी की बनारसी साड़ियां भी लोगों को आकर्षित करेंगी।
महाकुंभ में ओडीओपी के तहत हाथी के अंदर हाथी और ऐसे ही एक-एक करके उसकी आठ लेयर बनाकर कलाकृति की प्रदर्शनी की जाएगी। इसके अलावा चित्रकूट और काशी के प्रसिद्ध लकड़ी के खिलौने विशेष तौर पर लुभाएंगे।
महाकुंभ के दौरान हस्तशिल्प कला प्रदर्शनी के तहत महिलाओं की पसंद का भी विशेष ख्याल रखा गया है। इसके तहत फिरोजाबाद की चूड़ियां और कांच के बर्तन से लेकर हिमाचल प्रदेश की विशेष कढ़ाई वाली चंबा रुमाल भी रहेगी। इसके अलावा गोरखपुर के टेराकोटा, निजामाबाद आजमगढ़ की काली मिट्टी के बर्तन, भदोही की कालीन, सहारनपुर में सींग के सजावटी आइटम, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से ऊनी वस्त्र, पंजाब के फुलकारी और राजस्थानी जूते के अलावा बरेली में बांस की कलाकृतियां और मुरादाबाद के पीतल के सामान विशेष आकर्षण रहेंगे।
योगी सरकार द्वारा देश विदेश से आने वाले विशिष्ट अतिथियों को कुंभ आधारित सोविनियर गिफ्ट किए जाएंगे। इसमें भी प्रदेश के हस्तशिल्प और ओडीओपी को प्राथमिकता दी जाएगी। हस्तशिल्प की कई कलाकृतियों को भी इसके लिए सेलेक्ट किया गया है।
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