400 साल पुराना मंदिर, 1978 से क्यों था बंद? संभल में प्रशासन ने खोला रहस्य

Published : Dec 14, 2024, 02:46 PM IST
UP sambhal Temple 400 year old shivling found sambhal closed since 1978 bulldozer action

सार

संभल में बिजली चोरी के खिलाफ अभियान के दौरान 48 साल से बंद 400 साल पुराना शिव मंदिर मिला। प्रशासन ने अवैध कब्जे से मुक्त कराया।

संभल, उत्तर प्रदेश | यूपी के संभल में प्रशासन की लगातार बढ़ती सख्ती के बीच एक ऐतिहासिक घटना सामने आई। जामा मस्जिद हिंसा के बाद से पुलिस और प्रशासन का एक्शन तेज हो गया है। इस एक्शन के दौरान संभल के एक मुस्लिम बहुल इलाके में 400 साल पुराना शिव मंदिर प्रशासन के हाथों में आ गया। ये मंदिर 48 साल से बंद था, और आज प्रशासन ने इसे अवैध कब्जे से मुक्त कराया।

400 साल पुराना मंदिर कैसे बंद पड़ा था?

संभल के जामा मस्जिद इलाके में बिजली चोरी और अवैध अतिक्रमण के खिलाफ प्रशासन अभियान चला रहा था, जब मंदिर का रहस्य खुला। पुलिस ने बिजली चोरी करने वालों के तार काटे और अवैध कब्जों को हटाया। इसी कार्रवाई के दौरान प्रशासन को एक 400 साल पुराना शिव मंदिर मिला, जिसमें भगवान शिव का शिवलिंग, हनुमान जी की मूर्ति, नंदी और कार्तिकेय की मूर्तियां मिलीं। इस मंदिर पर पिछले 48 साल से कब्जा था।

1978 से बंद पड़ा था मंदिर

संभल के डीएम ने इस मंदिर को 400 साल पुराना बताया और कहा कि यदि बिजली चोरी की चेकिंग नहीं की जाती तो शायद मंदिर को पूरी तरह कब्जे में ले लिया जाता। यह मंदिर हिंदू समुदाय द्वारा छोड़े जाने के बाद बंद हो गया था, जब 1978 में इलाके से हिंदू परिवारों का पलायन शुरू हो गया था। मंदिर की देखरेख करने वाला कोई नहीं बचा था, और इसे अवैध कब्जे से मुक्त कराना अब प्रशासन की जिम्मेदारी बन गई थी।

प्रशासन की कार्रवाई और मंदिर का उद्घाटन

मंदिर की चुपके से कब्जे की तैयारी हो रही थी, लेकिन पुलिस के एक्शन ने इसे समय रहते बचा लिया। पुलिस ने भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच इस मंदिर को खोला और अतिक्रमण हटाने के लिए बुलडोजर की मदद से कार्रवाई की। मंदिर के पास खुदाई में एक कुआं भी मिला है, जिससे मंदिर की प्राचीनता का अहसास हुआ।

यह भी पढ़े : 

सालों बाद खुला संभल का रहस्यमयी मंदिर, क्या मिला अंदर?


नोएडा में हाई-टेक ठगी का भंडाफोड़, 76 गिरफ्तार: अमेरिका तक फैला फर्जीवाड़ा

PREV

उत्तर प्रदेश में हो रही राजनीतिक हलचल, प्रशासनिक फैसले, धार्मिक स्थल अपडेट्स, अपराध और रोजगार समाचार सबसे पहले पाएं। वाराणसी, लखनऊ, नोएडा से लेकर गांव-कस्बों की हर रिपोर्ट के लिए UP News in Hindi सेक्शन देखें — भरोसेमंद और तेज़ अपडेट्स सिर्फ Asianet News Hindi पर।

Recommended Stories

बिहार चुनाव में जीत के बाद यूपी पर चिराग पासवान की नजर, 2027 चुनाव का ऐलान
कानपुर–लखनऊ एक्सप्रेस-वे बनेगा स्टार्टअप ग्रोथ का नया इंजन, बदलेगा यूपी