
UP SDM transfer: उत्तर प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में देर रात बड़ा बदलाव देखने को मिला। राज्य सरकार ने रविवार रात 127 उप जिलाधिकारियों (SDM) का ट्रांसफर कर प्रशासनिक हलकों में हलचल मचा दी। ये वे अधिकारी हैं, जो लंबे समय से एक ही स्थान पर कार्यरत थे। इस बहुप्रतीक्षित सूची को जारी करते ही प्रदेश भर में चर्चाएं तेज हो गईं हैं।
सरकार ने उन SDM को स्थानांतरित किया है जो तीन वर्षों से एक ही पोस्ट पर तैनात थे। इस कदम को प्रशासनिक कार्यप्रणाली को सुचारु बनाए रखने की दिशा में एक अहम फैसला माना जा रहा है।
आपातकाल की 50वीं बरसी पर भाजपा अब इसे ‘लोकतंत्र के काले अध्याय’ के तौर पर जनमानस के बीच लेकर जाएगी। पार्टी ने इसके लिए व्यापक कार्यक्रम तय किए हैं। रविवार को भाजपा मुख्यालय पर हुई वर्चुअल बैठक में इस अभियान की रणनीति तैयार की गई।
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प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री धर्मपाल सिंह ने बैठक में बताया कि भाजपा जिला स्तर तक संगोष्ठियां और प्रदर्शनियां आयोजित करेगी। खासकर युवा पीढ़ी को आपातकाल के समय की सच्चाई से रूबरू कराया जाएगा।
संगठन के अनुसार इन कार्यक्रमों का उद्देश्य जनता को यह बताना है कि कैसे कांग्रेस सरकार ने आपातकाल थोपकर लोकतंत्र का गला घोंटा था।
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