रिपोर्ट में 128 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। इसमें सत्संग में आए श्रद्धालुओं से लेकर वहां ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों तक के बयान है।
Hathras Stampede investigation updates: यूपी के हाथरस में सत्संग में हुई भगदड़ से 121 मौतों से संबंधित रिपोर्ट यूपी एसआईटी ने शासन को सौंप दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बनी एसआईटी ने माना कि सत्संग में मची भगदड़ का मुख्य कारण अत्यधिक भीड़ रही। रिपोर्ट में 128 गवाहों के बयान दर्ज किए गए हैं। इसमें सत्संग में आए श्रद्धालुओं से लेकर वहां ड्यूटी पर तैनात सुरक्षाकर्मियों तक के बयान है। एसआईटी ने माना है कि अगर कथित बाबा नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा या उसके सहयोगी चाहते तो यह भगदड़ नहीं होती।
एसआईटी रिपोर्ट एडीजी आगरा अनुपम कुलश्रेष्ठ और अलीगढ़ कमिश्नर चैत्रा वी ने तैयार की है। रिपोर्ट राज्य के गृह विभाग को सौंप दी गई है। रिपोर्ट के आधार पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आगे की कार्रवाई करेंगे।
हाथरस कांड के एफआईआर में क्या लिखा?
हाथरस 'सत्संग' में भगदड़ के दौरान हुई मौतों के मामले में दर्ज की गई एफआईआर में कहा गया था कि 'सत्संग' के आयोजकों ने 80,000 से अधिक लोगों को जुटाने की अनुमति मांगी थी लेकिन 2.5 लाख की भीड़ जुट गई। 2 जुलाई के कार्यक्रम के मुख्य आयोजक देवप्रकाश मधुकर सहित कुल नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हालांकि, कथित संत नारायण साकर हरि को एफआईआर में आरोपी नहीं बनाया गया है। भगदड़ के बाद से ही वह फरार है।
रिपोर्ट के अनुसार, भगदड़ तब शुरू हुई जब 'भोलेबाबा' जा रहा था। उसी समय उसके अनुयायी उसकी कार के टायरों से उड़ी धूल को इकट्ठा करने के लिए दौड़े। इसके बाद उसके सिक्योरिटी गार्डों ने अनुयायियों को धक्का देना शुरू कर दिया। इससे कुछ लोग गिर गए और कुचल गए। अफरातफरी मची तो काफी लोग मैदान की ओर भागने लगे। भाग रहे लोग एक दूसरे से आगे निकलने की होड़ में गिरने लगे और भीड़ उनको कुचलते हुए आगे दौड़ती रही। देखते ही देखते हर ओर लाश बिछ गयी।
बाबा के वकील ने बताया साजिश
नारायण साकार हरि के वकील एपी सिंह ने दावा किया है कि कथित संत जांच में सहयोग करने और सामने आने के लिए तैयार है। हालांकि, उन्होंने इस भगदड़ को एक साजिश करार दिया है। एपी सिंह ने दावा किया कि अज्ञात लोगों ने कार्यक्रम में जहर छिड़का था जिससे भगदड़ मची। हालांकि, सीनियर पुलिस अधिकारी अनुपम कुलश्रेष्ठ ने पिछले सप्ताह ही साजिश के पहलू से इनकार नहीं किया है।
हाथरस हादसे में 121 लोगों की हुई थी मौत
यूपी के हाथरस में दो जुलाई को भोले बाबा के सत्संग में मची भगड़द में 121 लोगों की जान चली गई थी। इस मामले में गृह विभाग को मिली एसआईटी रिपोर्ट के बाद योगी सरकार ने कार्रवाई की है। शासन ने छह अफसरों को लापरवाही के आरोप में सस्पेंड कर दिया है।
यह भी पढ़ें: