योगी के विजन पर तैयार हुआ जेवर एयरपोर्ट, फ्यूचर-रेडी टेक्नोलॉजी से लैस भारत का सबसे मॉर्डन हवाईअड्डा

Published : Oct 26, 2025, 06:12 PM IST
Noida international airport

सार

जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर का नया प्रतीक बनेगा। ड्यूल फाइबर नेटवर्क, दो डेटा सेंटर, वीडियो सर्विलांस और रियल-टाइम डिजिटल मॉनिटरिंग से लैस यह फ्यूचर-रेडी एयरपोर्ट सुरक्षा और तकनीक दोनों में अग्रणी होगा।

लखनऊ। जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश में डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर का नया मानक स्थापित करने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के अनुरूप बनकर तैयार हुआ यह एयरपोर्ट जल्द ही अपनी सेवाएं शुरू कर देगा। यह न केवल देश का सबसे आधुनिक हवाई अड्डा होगा, बल्कि फ्यूचर-रेडी टेक्नोलॉजी सिस्टम से सुसज्जित डिजिटल कनेक्टिविटी का केंद्र भी बनेगा। यह एयरपोर्ट ड्यूल फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क से लैस होगा, जिससे डेटा कनेक्टिविटी पूरी तरह निर्बाध और सुरक्षित रहेगी।

जेवर एयरपोर्ट: डिजिटल इन्फ्रास्ट्रक्चर का नया मानक

उत्तर प्रदेश का जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट अब सिर्फ उड़ानों का केंद्र नहीं, बल्कि डिजिटल कनेक्टिविटी का नया प्रतीक बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विजन के तहत तैयार यह फ्यूचर-रेडी एयरपोर्ट जल्द ही सेवाएं शुरू करने वाला है। यह देश का सबसे आधुनिक और टेक्नोलॉजी-ड्रिवन हवाई अड्डा होगा, जिसमें अत्याधुनिक डिजिटल नेटवर्क, सुरक्षा और रियल-टाइम मॉनिटरिंग सिस्टम होंगे।

ड्यूल फाइबर नेटवर्क और स्वतंत्र डेटा सेंटर से निर्बाध कनेक्टिविटी

एयरपोर्ट को ड्यूल फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क से जोड़ा गया है, जिससे डेटा कनेक्टिविटी पूरी तरह सुरक्षित और अबाधित रहेगी। दो स्वतंत्र डेटा सेंटर अलग-अलग स्थानों पर स्थापित किए जा रहे हैं, जो पूरे एयरपोर्ट सिस्टम का डिजिटल हृदय होंगे। इनसे टर्मिनल, रनवे, पार्किंग और सुरक्षा व्यवस्था एक ही एकीकृत नेटवर्क से जुड़ी रहेंगी। हर गतिविधि और सूचना रियल-टाइम में मॉनिटर और नियंत्रित की जा सकेगी।

हाई-टेक सुरक्षा सिस्टम और वीडियो सर्विलांस

एयरपोर्ट परिसर में आधुनिक वीडियो सर्विलांस सिस्टम लगाया गया है। यह सुरक्षा व्यवस्था हर कोने पर निगरानी रखेगी। प्रवेश और निकास मार्गों पर लगाए गए लाइसेंस प्लेट रिकग्निशन कैमरे और ड्राइवर इमेजिंग सिस्टम वाहनों की स्मार्ट ट्रैकिंग करेंगे, जिससे सुरक्षा और यात्री सुविधा दोनों में वृद्धि होगी।

तीन प्रमुख डिजिटल कंट्रोल हब

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन विजन के तहत, एयरपोर्ट में तीन प्रमुख डिजिटल कंट्रोल सेंटर बनाए गए हैं।

एयरपोर्ट ऑपरेशंस सेंटर (AOC): एयरपोर्ट का मुख्य संचालन केंद्र, जहां से सभी गतिविधियों का रियल-टाइम कंट्रोल होगा।

सिक्योरिटी ऑपरेशंस कंट्रोल सेंटर (SOCC): एयरपोर्ट सुरक्षा पर निरंतर निगरानी रखेगा।

एयरपोर्ट इमरजेंसी ऑपरेशंस सेंटर (AEOC): किसी भी आपात स्थिति में त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करेगा।

रियल-टाइम डिजिटल मॉनिटरिंग और स्मार्ट कनेक्टिविटी

जेवर एयरपोर्ट में वायरलेस नेटवर्क कवरेज पूरे परिसर, रनवे और रिमोट स्टैंड्स तक फैला होगा। यात्रियों और स्टाफ दोनों के लिए स्मार्ट डिजिटल एक्सेस और रियल-टाइम सूचना प्रणाली उपलब्ध कराई जाएगी। यह व्यवस्था संचालन को अधिक कुशल, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाएगी।

भविष्य की AI बेस्ड तकनीक से लैस

यह एयरपोर्ट इस तरह डिजाइन किया गया है कि आने वाले समय में यह एआई आधारित सुरक्षा, ऑटोमेटिक ऑपरेशन सिस्टम और स्मार्ट मॉनिटरिंग को भी सपोर्ट करेगा। इस प्रोजेक्ट से उत्तर प्रदेश डिजिटल एविएशन नेटवर्क का प्रमुख केंद्र बनेगा और भारत की तकनीकी उत्कृष्टता को नई पहचान मिलेगी।

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