वाराणसी के एक शख्स ने श्री रामचरितमानस का गायन करके दुनिया भर के नामी गिरामी आनलाइन म्यूजिक प्लेटफार्म पर प्रसारित किया है। 4 साल की अथक परिश्रम के बाद जगदीश पिल्लई ने यह आडियो पाठ तैयार किया।
वाराणसी। वाराणसी के एक शख्स ने श्री रामचरितमानस का गायन करके दुनिया भर के नामी गिरामी आनलाइन म्यूजिक प्लेटफार्म पर प्रसारित किया है। 4 साल की अथक परिश्रम के बाद जगदीश पिल्लई ने यह आडियो पाठ तैयार किया। बुधवार को आयुष मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र 'दयालु' ने इसे लोकार्पित किया। अब यह दुनिया का सबसे बड़ा गाना बन गया है। दुनिया भर के लोग अब 138 घंटे 41 मिनट और 2 सेकेंड के इस आडियो पाठ में भजन और कीर्तन के साथ श्री रामचरितमानस पाठ का आनन्द ले सकेंगे।
आयुष मंत्री ने किया लोकार्पित
आयुष मंत्री ने आडियो पाठ का लोकार्पण जगदीश पिल्लई के सुंदरपुर स्थित घर पर किया। श्री रामचरित मानस के इस गायन को दुनिया भर के आडियो चैनलों पर प्रसारित भी किया गया है। बताया जा रहा है कि गायन गिनीज बुक आफ रिकार्ड में दर्ज भी हो गया है। आडियो पाठ में करीब 15 हजार श्लोक, चौपाइय, सोरठा और छंद हैं। इंग्लैंड के म्यूजिक बैंड ने इसके पहले 115 घंटे, 45 मिनट का गायन रिकार्ड किया था। इस मौके पर आयुष मंत्री ने गिनीज सर्टिफिकेट का विमोचन भी किया।
2019 में शुरु होकर 2022 में पूरी हुई रिकार्डिंग
सनातन धर्म में रामायण, महाभारत जैसे महान ग्रंथ हैं। उन्हें आडियो पाठ के रूप में तैयार करना आसान काम नहीं है। जगदीश पिल्लई को भी इस काम में 4 साल लग गए। उनकी भाषा अवधी थी। फिर भी उन्होंने किसी की सहायता से उच्चारण को समझने का काम किया और फिर रिकार्डिंग का काम शुरु हुआ। वीडियोग्राफी से गायन की शुरुआत साल 2019 में हुई। साल 2020 में कोविड महामारी का प्रकोप शुरु हो गया तो रिकार्डिंग करीब एक साल बंद रही। 2022 में श्री रामचरितमानस के आडियो पाठ की रिकार्डिंग का काम पूरा हुआ।
ये रिकार्ड भी अपने नाम कर चुके हैं डॉ. पिल्लई